Nirbhaya Case: निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने से पहले कल क्या होगा? एक-एक कर नहीं, एक साथ सूली पर लटकाए जाएंगे सभी दरिंदे?
By गुणातीत ओझा | Published: March 19, 2020 10:40 AM2020-03-19T10:40:18+5:302020-03-19T10:40:18+5:30
जेल अधिकारियों ने बताया कि पवन मंगलवार को मेरठ से राजधानी पहुंचे और उन्होंने रस्सी से पुतलों को फांसी देकर अभ्यास किया। इस रस्सी का इस्तेमाल दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए होगा। तिहाड़ जेल के इतिहास में यह पहली बार होगा जब एक ही अपराध के लिए एक ही समय पर चार दोषियों को फांसी दी जाएगी।
नई दिल्लीः निर्भया गैंगरेप के सभी दोषियों की जीवनलीला कल यानि शुक्रवार को समाप्त हो जाएगी। सभी दोषियों को कल सुबह पांच बजे फांसी पर लटका दिया जाएगा। तिहाड़ जेल में चारों को फांसी देने की तैयारी पूरी हो चुकी है। दोषियों को उनके अंतिम समय में पहले नहलाया जाएगा। जेल अधिकारी, जेल स्टॉफ और एसडीएम समय से पहले ही तीन नंबर जेल पहुंचेंगे। एसडीएम का इशारा करते ही जल्लाद चारों को फांसी दे देगा। फांसी के बाद दूसरे कैदियों को उनकी बैरक से रोज के समय से थोड़ी देरी के बाद निकाला जाएगा। सूत्रों ने बताया कि फांसी कोठी के पास बनी अन्य बैरक के कैदियों को दूसरी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है।
उधर दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक दोषी की एक और याचिका को खारिज कर दिया है। जेल अधिकारियों ने बताया कि पवन मंगलवार को मेरठ से राजधानी पहुंचे और उन्होंने रस्सी से पुतलों को फांसी देकर अभ्यास किया। इस रस्सी का इस्तेमाल दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए होगा। तिहाड़ जेल के इतिहास में यह पहली बार होगा जब एक ही अपराध के लिए एक ही समय पर चार दोषियों को फांसी दी जाएगी। पवन अपने परिवार में तीसरे पीढ़ी के जल्लाद हैं। उन्होंने पहले कहा था कि उनके दादा ने सतवंत सिंह और केहर सिंह को फांसी पर लटकाया था। इन दोनों को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के संबंध में फांसी दी गई थी। इसके अलावा उनके दादा ने कुख्यात अपराधी रंगा और बिल्ला को भी फांसी दी थी। पांच मार्च को एक निचली अदालत ने मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को फांसी देने के लिए नया मृत्यु वारंट जारी किया था।
पवन जल्लाद ने पुतलों को दी फांसी
दोषियों को फांसी देने से पहले हर जेल में पुतलों को फांसी पर लटकाकर ट्रायल किया जाता है। इसी क्रम में कल बुधवार को पवन जल्लाद ने तिहाड़ में चार पुतलों को सूली पर लटकाया। जेल के डीजी सहित अन्य अधिकारी और डॉक्टरों की टीम की मौजूदगी में जल्लाद एक-एक कर चारों दोषियों के मानव पुतलों को उनकी बैरक के पास से फांसी देने वाली जगह तक लेकर आया। फांसी के तख्ते पर लाने के बाद जल्लाद ने मानव पुतलों की गर्दन में फांसी का फंदा डाला और उनके चेहरे पर काला कपड़ा पहनाया। चारों मानव पुतलों के पैरो के नीचे रेत की बोरी बांधी गई थी जो फांसी के तख्ते के नीचे बने तहखाने तक जानी थी।
एक साथ फांसी पर लटकाए जाएंगे सभी दरिंदे
फांसी के ट्रायल में एक नई चीज देखने को मिली। पहले की व्यवस्था में अगर दोषी एक की संख्या से ज्यादा होते थे, तो उन्हें एक-एक कर फांसी पर लटकाया जाता था। लेकिन निर्भया के सभी दोषियों को एक साथ फांसी दी जाएगी। कल के ट्रायल में पवन जल्लाद ने सफेद रूमाल का इशारा मिलते ही लीवर खींच दिया। चारों मानव पुतले एक साथ फंदे से लटक गए। दोषियों को आधे घंटे तक फंदे से लटके रहने दिया गया। सूत्रों के अनुसार फांसी देने के ट्रायल को लेकर उसका एक-एक मिनट का समय नोट किया गया।