राहुल गांधी मणिपुर में क्या समाधान लाएंगे, असम के सीएम ने दौरे को मीडिया प्रचार बताते हुए कसा तंज
By अनिल शर्मा | Published: June 30, 2023 08:36 AM2023-06-30T08:36:28+5:302023-06-30T08:38:00+5:30
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल की इस यात्रा से कोई हल नहीं निकलने वाला है। यात्रा उस स्थिति में सकारात्मक प्रभाव लाती, जिसे राज्य और केंद्र संबोधित कर रहे हैं, तो यह एक अलग परिदृश्य होता।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राहुल गांधी की मणिपुर यात्रा से राज्य की तनावपूर्ण स्थिति का कोई समाधान नहीं निकलेगा और यह केवल एक दिवसीय मीडिया प्रचार है, क्योंकि राहुल गांधी को सड़क मार्ग से चूड़ाचांदपुर जाने से रोक दिया गया था और उन्हें हेलीकॉप्टर से यात्रा करनी पड़ी। पुलिस ने कहा कि हिंसा की आशंका है, जबकि कांग्रेस ने खतरे की आशंका से इनकार किया और इसके पीछे भाजपा के 'गंदे राजनीतिक खेल' को जिम्मेदार ठहराया।
हिमंत बिस्वा ने कहा कि राज्य में स्थिति करुणा के जरिए मतभेदों को दूर करने की मांग करती है, न कि किसी नेता के दौरे से मतभेद बढ़ाने की। सरमा ने कहा कि गांधी के मणिपुर दौरे को मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है और इस वक्त किसी को पूर्वोत्तर राज्य की ‘‘दुखद’’ स्थिति से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मणिपुर में स्थिति करुणा के जरिए मतभेदों को दूर करने की मांग करती है। किसी नेता द्वारा अपनी तथाकथित यात्रा का उपयोग मतभेदों को बढ़ाने के लिए करना राष्ट्र के हित में नहीं है। राज्य के दोनों समुदायों ने ऐसे प्रयासों को साफ तौर पर खारिज कर दिया है।’’
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल की इस यात्रा से कोई हल नहीं निकलने वाला है। यात्रा उस स्थिति में सकारात्मक प्रभाव लाती, जिसे राज्य और केंद्र संबोधित कर रहे हैं, तो यह एक अलग परिदृश्य होता।
गौरतलब है कि गुरुवार को राहुल गांधी इंफाल पहुंचे और चुराचांदपुर के लिए रवाना हुए - जो झड़प में सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक है। पुलिस ने यह कहते हुए राहुल गांधी को चुराचांदपुर जाने से रोक दिया कहा कि राजमार्ग पर ग्रेनेड हमले की आशंका है। इसके बाद राहुल गांधी इंफाल हवाईअड्डे पर लौट आए और चूड़ाचांदपुर जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए हेलिकॉप्टर से गए जहां उन्होंने राहत शिविरों का दौरा किया।
राहुल गांधी ने कहा, "मैं मणिपुर के अपने सभी भाइयों और बहनों को सुनने आया हूं। सभी समुदायों के लोग बहुत स्वागत और प्यार कर रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार मुझे रोक रही है। मणिपुर को उपचार की जरूरत है। शांति हमारी एकमात्र प्राथमिकता होनी चाहिए।"