West Bengal: तृणमूल कांग्रेस के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर द्वारा पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी मस्जिद’ की तर्ज पर बनाई गई मस्जिद के शिलान्यास की योजना को आगे बढ़ाए जाने के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक रूप से तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है और ‘हाई अलर्ट’ जारी किया गया है। कबीर ने दावा किया है कि इस कार्यक्रम के लिए बेलडांगा स्थल पर तीन लाख लोग एकत्र होंगे।
इस स्थल के चारों ओर उच्च सुरक्षा व्यवस्था की गई है तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 12 के दोनों ओर आरएएफ (द्रुत कार्य बल), जिला पुलिस और केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने इस मस्जिद के निर्माण में हस्तक्षेप करने से शुक्रवार को इनकार कर दिया था। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुजॉय पॉल की खंडपीठ ने प्रस्तावित मस्जिद के शिलान्यास समारोह पर रोक लगाने की अपील वाली जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद निर्देश दिया कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पश्चिम बंगाल सरकार की होगी।
मस्जिद का शिलान्यास कार्यक्रम आज यानी छह दिसंबर को होना है। इसी तारीख को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरे दिन लगभग 3,000 कर्मियों को तैनात किया जाएगा और यदि राजमार्ग पर यातायात बाधित होने की संभावना बनती है तो इससे निपटने के लिए कई मार्ग परिवर्तन योजनाएं तैयार की गई हैं।
इस बीच, राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने पश्चिम बंगाल के लोगों से शांति बनाए रखने और भड़काऊ बयानों एवं अफवाहों से प्रभावित न होने का आग्रह किया।
बोस ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए कि कहीं भी कोई अशांति न हो और कानून व्यवस्था बनी रहे। सत्तारूढ़ पार्टी सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश फैलाने के लिए शनिवार को राज्य भर में रैली कर 'संहति दिवस' (एकता दिवस) मनाएगी। राज्य सरकार ने शांति और संयम का संदेश देते हुए इस दिन अवकाश घोषित किया है।