धुबरी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि पंचायत चुनावों के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा के बीच 133 लोगों ने अपनी जान के डर से असम के धुबरी जिले में शरण ली है। हिमंत ने कहा, हमने उन्हें राहत शिविर में आश्रय, भोजन और चिकित्सा सहायता प्रदान की है। बकौल सीएम- लोगों ने धुबरी जिले के झापुसाबारी इलाके के रोनपागली एमवी स्कूल में शरण ली है।
पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग ने रविवार को कहा कि पुलिस ने राज्य भर में चुनाव संबंधी हिंसा में 10 लोगों की मौत की पुष्टि की है।पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग ने कहा कि पुलिस ने शनिवार को पंचायत चुनाव के दिन पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हुई चुनाव संबंधी हिंसा में 10 लोगों की मौत की पुष्टि की। हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव संबंधी हिंसक घटनाओं में 35 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
पश्चिम बंगाल में शनिवार को पंचायत चुनाव के दौरान व्यापक हिंसा को लेकर रविवार को ममता बनर्जी सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक ने कहा कि एकल चरण के चुनाव गणतंत्र का त्योहार नहीं बल्कि मौत का त्योहार रहा।
आज पश्चिम बंगाल में हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर मतगणना हो रही है। सीटों पर 8 जुलाई को मतदान हुआ था। खबर लिखे जाने तक ग्राम पंचायत की 3285 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस आगे है। भाजपा को 678 सीटों पर बढ़त है। कांग्रेस प्रत्याशी 154 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) 508 सीट पर बढ़त बनाए हुए है। पंचायत समिति में टीएमसी 261 पर आगे है। भाजपा, कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का अभी तक खाता नहीं खुला है। जिला परिषद में टीएमसी ही आगे है।
गौरतलब है कि शनिवार चुनाव के दौरान हिंसा की कई घटनाओं ने राज्य भर में पंचायत चुनावों के संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला। दक्षिण 24 परगना जिले के फुल मलंचा मतदान केंद्र में एक व्यक्ति को कच्चे विस्फोटक की चपेट में आने से गंभीर चोटें आईं। व्यक्ति की मौत की आशंका जाहिर की गई है लेकिन अभी तक डॉक्टरों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। एसडीपीओ दिबाकर दास ने कहा कि क्रूड बम पीड़ित के सिर पर लगा था। उन्हें बसंती ग्रामीण अस्पताल (दक्षिण 24 परगना जिले में) में भर्ती कराया गया।