West Bengal Assembly Elections: निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल में एक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) सहित पांच अधिकारियों के तबादले का आदेश दिया है।
इस बीच वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने एक चुनावी रैली में आरोप लगाया कि भाजपा निर्वाचन आयोग के कामकाज में हस्तक्षेप कर रही है। यदि निर्वाचन आयोग पश्चिम बंगाल के सभी अधिकारियों का तबादला कर दे, तब भी तृणमूल कांग्रेस की जीत को नहीं रोका जा सकता।
आयोग ने कहा है कि इन अधिकारियों को चुनाव से जुड़ी कोई जिम्मेदारी नहीं दी जाए। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि तबादला किये गये अधिकारियों में पश्चिम क्षेत्र के एडीजी संजय सिंह, दक्षिण कोलकाता के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुधीर नीलकंठ, कूच बिहार के पुलिस अधीक्षक के. कानन, डायमंड हार्बर के पुलिस अधीक्षक अविजीत बनर्जी और झाड़ग्राम की जिला निर्वाचन अधिकारी आयशा रानी शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि इन अधिकारियों के बारे में शिकायतें मिली थी और उनके तहत आने वाले क्षेत्रों से हिंसा की खबरें मिली थीं। राज्य में 27 मार्च से आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। आयोग ने आयशा रानी को चुनाव संपन्न होने तक मुख्य सचिव कार्यालय से संबद्ध करने का निर्देश दिया है।
आयोग ने आदेश दिया है कि राजेश कुमार को एडीजी पश्चिम क्षेत्र के तौर पर, जोयशी दासगुप्ता को झाड़ग्राम जिला निर्वाचन अधिकारी के तौर पर, अरिजीत सिन्हा को डायमंड हार्बर का और देबाशीष धर को कूच बिहार के पुलिस अधीक्षक के तौर पर तथा आकाश मघारिया को दक्षिण कोलकाता के डीसीपी के तौर पर पदस्थ किया जाए।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भाजपा निर्वाचन आयोग के कामकाज में हस्तक्षेप कर रही है। राज्य की मुख्यमंत्री बनर्जी ने गत दिनों निर्वाचन आयोग द्वारा बड़े पैमाने पर राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले किए जाने पर भी कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने दांतन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जिस तरह से भाजपा निर्वाचन आयोग के कामकाज में हस्तक्षेप कर रही है,ऐसा लगता है कि यह भाजपा आयोग है। ममता बनर्जी ने कहा कि सागर द्वीप से दांतन हेलीकॉप्टर से आने के दौरान तबादलों की उन्हें जानकारी मिली।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं कह रही हूंए भले आप (निर्वाचन आयोग) सभी (अधिकारियों) का तबादला कर दें। इससे हमारी जीत प्रभावित नहीं होगी क्योंकि जनता हमारे साथ है।’’ हालांकि उन्होंने कहा, ‘‘ उनके मन में निर्वाचन आयोग के लिए अगाध सम्मान है।’’ तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं निर्वाचन आयोग से सवाल करना चाहती हूं कि आखिर क्यों लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों के दौरान पुलिस बलों का नियंत्रण केंद्र के हाथों में होता है? क्यों नहीं ये निर्वाचन आयोग के अधीन होते हैं?’’
उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग उनकी सरकार के प्रति सौतेला व्यवहार कर रहा है और चुनौती दी कि आयोग उन्हें नोटिस भेजे। ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘ आप मुझे 10 चिट्ठी भेजिए, मुझे उससे फर्क नहीं पड़ता।’’ उन्होंने पूछा, ’’क्यों भाजपा के सभी निर्देशों का अनुपालन हो रहा है।’’
मुख्यमंत्री ने जानना चाहा कि निर्वाचन आयोग भाजपा द्वारा अधिकारियों को हटाने की मांग पर कथित रूप से तुरंत कार्रवाई क्यों करता है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ‘‘सही काम नहीं कर रहा है।’’ ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘हम क्षेत्रीय दल हैं। कई अन्य क्षेत्रीय दल भी हैं।
अगर आप सोचते हैं कि हमारी जैसी क्षेत्रीय पार्टियां इस तरह से खत्म हो जाएंगी तो यह आपकी गलतफहमी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा मुकाबला हार चुकी है इसलिए अधिकारियों को बदलने का खेल शुरू किया है। अधिकारी नहीं मतदान करते बल्कि जनता मतदान करती है।’’