पश्चिम बंगाल: रामनवमी पर खुलेआम तलवार लहराने के मामले में बजरंग दल के संयोजक के खिलाफ समन जारी
By कोमल बड़ोदेकर | Published: March 26, 2018 04:23 PM2018-03-26T16:23:14+5:302018-03-26T16:30:08+5:30
जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय ने माना है कि कुछ लोगों ने खुले तौर पर हथियारों का प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने उनके हथियारों को जब्त कर लिया है।
कलकत्ता, 26 मार्च। रामनवमी के मौके पर बजरंग पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में बजरंग दल द्वारा रैली निकालक खुलेआम तलवारों का प्रदर्शन करने पर पश्चिम बंगाल कमीशन ने आपत्ती जताई है। पश्चिम बंगाल कमीशन ने इस मामले में पुरुलिया से बजरंग दल के जिला संयोजक और सह संयोजक के खिलाफ समन जारी उन्हें 12 अप्रैल तक उन्हें कमीशन ऑफिस में हाजिर होने को कहा है। कमिशन ने यह फैसला रामनवमी के 10 बच्चों द्वारा तलवार लहराने के बाद लिया है।
WB Commission for protection for child rights has summoned Dist coordinator & Additional Dist coordinator of Bajrang Dal, Purulia to appear in person on 12 April at commission's office, after 10 children were seen brandishing swords in Ram Navami procession held by Bajraqng Dal.
— ANI (@ANI) March 26, 2018
इस मामले में पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डब्ल्यूबीसीपीसीआर) की अध्यक्ष अनन्या चटर्जी ने कहा है कि, हमें रिपोर्ट मिली है कि बच्चों ने पुरुलिया में रामनवमी रैली में हथियारों के साथ भाग लिया है। इसे लेकर हमने स्थानीय प्रशासन और पुलिस से संपर्क किया है।
Ram Mandir Mahotsav Samiti took out a procession on the occasion of #RamNavami where people were seen brandishing swords, in West Bengal's Siliguri pic.twitter.com/UZudBIo0Hn
— ANI (@ANI) March 25, 2018
जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय ने माना है कि कुछ लोगों ने खुले तौर पर हथियारों का प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने उनके हथियारों को जब्त कर लिया है।
उन्होंने कहा कि, आयोग ने सभी जिला मजिस्ट्रेट को रामनवमी के दौरान बच्चों और नाबालिगों को सशस्त्र रैली में भाग लेने से रोकने के निर्देश दिए थे। आयोग का तर्क था कि इससे बच्चों की मनोदशा पर यह प्रतिकूल प्रभाव डालने का काम करेगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल सशस्त्र रैलियों पर रोक से पहले की तुलना में थोड़ी छूट दी है। सरकार ने उन संगठनों को रैली में इस्तेमाल की अनुमति दी गई है जो बीते दस साल से या उससे अधिक समय से रामनवमी मना रहे हैं।