Weather Updates Today: भारत में मानसून सुहाना मौसम और बारिश लेकर नहीं आता बल्कि कई बार मुसीबत बन जाता है। देश के कुछ राज्यों में मानसून का सीजन आते ही आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। क्योंकि औसत से ज्यादा बारिश होने से लोगों को जान-माल का नुकसान होता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 18 जुलाई के लिए कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें अत्यधिक भारी बारिश और खराब मौसम की चेतावनी दी गई है क्योंकि सक्रिय मानसून प्रणाली पूरे सप्ताह जारी रहने की उम्मीद है।
खासकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, केरल और मध्य प्रदेश में स्थिति गंभीर बनी रह सकती है। मौसम विभाग ने इसके लिए "रेड कलर वार्निंग" जारी की है, जो खतरनाक मौसम की चेतावनी है, लेकिन इसका मतलब "रेड अलर्ट" नहीं है, जैसा कि विभाग ने स्पष्ट किया है।
उत्तर-पश्चिम भारत में हाल
18-19 जुलाई को उत्तर प्रदेश और 18 जुलाई को राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर 21 सेमी से अधिक की अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
18 से 23 जुलाई तक जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।
उत्तराखंड में 18 जुलाई और फिर 20 से 23 जुलाई तक अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 18, 20 और 21 जुलाई को समान तीव्रता की वर्षा हो सकती है।
दक्षिण भारत में अत्यधिक वर्षा की चेतावनी
दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में, केरल में 18, 19 और 20 जुलाई को अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 18 जुलाई को भी ऐसी ही स्थिति रहने का अनुमान है।
पूरे सप्ताह तमिलनाडु, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
इसके अलावा, अगले पाँच दिनों तक इस क्षेत्र में 40-50 किमी/घंटा की गति से तेज़ सतही हवाएँ चलने की संभावना है।
मध्य प्रदेश में 17 जुलाई को अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है, जो 23 जुलाई तक जारी रहेगी। विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, ओडिशा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम जैसे अन्य क्षेत्रों में 19 से 23 जुलाई के बीच अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
18 जुलाई को पश्चिमी मध्य प्रदेश और 20 जुलाई को सिक्किम के लिए विशेष अलर्ट जारी किए गए हैं।
पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत पर भी नज़र
कोंकण और गोवा क्षेत्रों में 18 से 23 जुलाई तक भारी वर्षा होगी, जबकि मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के घाट क्षेत्रों में भी अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।
पूर्वोत्तर में, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और त्रिपुरा जैसे राज्यों में मध्यम से भारी वर्षा होगी, जबकि 19 जुलाई को मेघालय में बहुत भारी वर्षा का अनुमान है।
अगले पाँच दिनों के दौरान दक्षिण भारत के प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज़ हवाएँ चलने की संभावना है।