मौसम अपडेटः मध्य प्रदेश में अच्छी बरसात का दौर जारी, तीन फीसदी ज्यादा, चार जिलों में सामान्य से कम पानी
By शिवअनुराग पटैरया | Published: August 24, 2020 03:38 PM2020-08-24T15:38:22+5:302020-08-24T15:38:22+5:30
राज्य के 4 जिलों मंदसौर, टीकमगढ़, निवाडी और छतरपुर में सामान्य से कम बरसात हुई है. पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के इंदौर, उज्जैन एवं जबलपुर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर तथा शेष संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई.
भोपालः मध्य प्रदेश में अच्छी बरसात का दौर जारी है. मध्य प्रदेश में अब तक सामान्य से 3 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है. राज्य में 1 जून से 24 अगस्त तक 699.4 मिलीमीटर बरसात होना चाहिए थी लेकिन अब तक 717.8 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है.
अच्छी बरसात के बावजूद भी राज्य के 4 जिलों मंदसौर, टीकमगढ़, निवाडी और छतरपुर में सामान्य से कम बरसात हुई है. पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के इंदौर, उज्जैन एवं जबलपुर संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर तथा शेष संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई.
बीते 24 घंटोंं में राज्य के रतलाम में 26, होशंगाबाद में 24.6, पचमढ़ी में 5, सिवनी में 2.8, उमरीया में 4.2, टीकमगढ़ में 1, उज्जैन में 3.2, गुना में 14.2, सतना में 7.4, इंदौर में 1.7, जबलपुर में 5.6, खजुुराहो में 2.8, छिंदवाड़ा में 7.4, सीधी में 1 मिली मीटर बरसात दर्ज की गई. मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में प्रदेश के सभी जिलों में कुछ स्थानोें पर वर्षा या गरज चंमक के साथ बौछारे पड़ सकती है.
मध्य प्रदेश में उफनते नदी-नालों में बहने से तीन लोगों की मौत
मध्य प्रदेश में पिछले दो दिनों से हो रही भारी वर्षा से देवास एवं बुरहानपुर जिलों में उफनते नदी-नालों में बहने से तीन लोगों की मौत हो गई है. पुलिस के अनुसार बुरहानपुर जिले में उफनती बरसाती नदी हिवरा में बहने से जयसिंह कोरकू (44) की मौत हो गई है, जबकि दो लोगों योगेश पटेल (30) एवं ओमप्रकाश पटेल (40) की मौत देवास जिले में एक नाले में कार सहित बहने से हुई है.
भारी वर्षा के कारण मध्य प्रदेश के कई इलाकों में जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया. खंडवा से मिली रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ नियत्रण प्रकोष्ट प्रभारी एम सी पाण्डेय ने बताया कि नर्मदा के बढ़ते रौद्र रूप और तटीय ग्रामों में बाढ़ का खतरा देखते हुये अलर्ट जारी किया गया है.
उन्होंने कहा कि नर्मदा, ताप्ती, बेतवा, चंबल एवं पार्वती सहित प्रदेश की अधिकतर नदियां उफान पर हैं. नर्मदा नदी पर बने ओंकारेश्वर बांध के 10 गेट खोल कर शनिवार रात्रि से 4,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे बांध के निचले स्तर में नर्मदा के जलस्तर में करीब पांच मीटर की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा, प्रदेश के बरगी, तवा, बाणसागर, मोहनपुरा एवं राजघाट बांधों सहित अन्य बांधों के गेट खोलकर भी पानी छोड़ा जा रहा है.