Weather Report: दिल्ली समेत आसपास इलाकों में झमाझम बारिश, उमस भरी गर्मी से मिली राहत, कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी
By रामदीप मिश्रा | Published: July 19, 2020 08:14 AM2020-07-19T08:14:40+5:302020-07-19T08:14:40+5:30
मौसम विभाग के अनुसार मानसून 27 जून की सामान्य तारीख से दो दिन पहले 25 जून को दिल्ली पहुंचा था। इस मौसम के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में सामान्य वर्षा होने का अनुमान जताया गया। बिहार में आज से वर्षा की तीव्रता बढ़ने की आशंका है।
नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के राज्यों पंजाब और हरियाणा में पड़ रही भीषण गर्मी और उमस से रविवार की सुबह लोगों को राहत मिल गई है। दिल्ली में झमाझम बारिश का दौर सुबह से ही जारी है। इस बीच कई जगह पानी भर गया है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि आज लगातार बारिश होने की संभावना है क्योंकि मानसून के सामान्य स्थिति में आने का अनुमान लगाया गया है। दिल्ली में शनिवार को उमस भरा मौसम रहा था। शहर का एक बड़ा हिस्सा अभी भी वर्षा से वंचित हैं।
'स्काईमेट वेदर' ने बताया कि जुलाई की शुरुआत से उत्तरी मैदानी इलाकों में केवल हल्की-फुल्की बारिश हुई है क्योंकि मानसून लगातार अपना रास्ता बदल रहा था। वह कभी हिमालय की ओर जा रहा था और कभी उससे दूर। मानसून उत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 3-4 दिनों तक स्थिर रहेगा। 19 से 21 जुलाई के बीच दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में अधिक वर्षा होने की उम्मीद है।
#WATCH: Rain lashes several parts of Delhi; visuals from Rajpath and India Gate.
— ANI (@ANI) July 19, 2020
India Meteorological Department had predicted thunderstorm with rain in the national capital today. pic.twitter.com/0GmkyQNrul
अधिकतर स्थानों पर बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार मानसून 27 जून की सामान्य तारीख से दो दिन पहले 25 जून को दिल्ली पहुंचा था। इस मौसम के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में सामान्य वर्षा होने का अनुमान जताया गया। बिहार में आज से वर्षा की तीव्रता बढ़ने की आशंका है और सभी जिलों में एक और सप्ताह तक बारिश होने का अनुमान है। बिहार में 1 से 17 जुलाई के बीच सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने 19 से 21 जुलाई तक राज्य के अधिकतर स्थानों पर बारिश और आंधी-तूफान आने का अनुमान जताया है।
इन राज्यों में रेड अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इसी अवधि में पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश का अनुमान लगाते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। भारी बारिश के कारण असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ की स्थिति और खराब होगी और इससे भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं।
असम में बाढ़ जनित घटनाओं में 105 लोगों की मौत
असम में बाढ़ जनित घटनाओं में तीन और लोगों की मौत हो गई जिससे इस प्राकृतिक आपदा के कारण मरने वाले लोगों की संख्या 105 हो गई है। इनमें से 79 बाढ़ में और 26 भूस्खलन से मरे हैं। असम के 33 जिलों में से 26 में 27.64 लोग बाढ़ से प्रभावित है। यहां बाढ़ के कारण मकान क्षतिग्रस्त हो गए, फसलें तबाह हो गईं और कई स्थानों पर सड़कें और पुल टूट गए। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बाढ़ संबंधी अपनी दैनिक रिपोर्ट में बताया कि दो व्यक्तियों की मौत बारपेटा में और एक व्यक्ति की मौत दक्षिण सालमारा जिले में हुई।