नई दिल्ली। दिल्ली सहित उत्तर भारत के अनेक राज्यों में रविवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई जिससे क्षेत्र में लू से एक सप्ताह राहत मिलने के आसार हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर ऊपरी पश्चिमी तट की ओर बढ़ सकता है। दिल्ली में रातभर हल्की बारिश और दिन में भी बारिश होने से अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानी ने अगले दो दिन में दिन का तापमान 40 डिग्री से नीचे रहने का अनुमान व्यक्त किया है। दिल्ली-एनसीआर के कई निवासियों ने आसमान में इंद्रधनुष देखा और खेल प्रेमियों ने बारिश के बाद वॉलीबॉल खेला। हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी वर्षा हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि एक जून से तीन जून के बीच दिल्ली-एनसीआर में तापमान 2-4 डिग्री बढ़ने की संभावना है।
श्रीवास्तव ने कहा कि जून के पहले सप्ताह में उत्तर पश्चिम भारत में एक और पश्चिमी विक्षोभ की आशंका है, आठ जून से पहले इस क्षेत्र लू चलने की संभावना नहीं है। पिछले हफ्ते उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में लू चलनी शुरू हो गई थी। ताजा पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं तथा अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने से दिल्ली- एनसीआर में और नमी सकती है। आईएमडी ने कहा कि तीन जून तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में जाने से पहले कम दबाव का क्षेत्र एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है।
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
अरब सागर और लक्षद्वीप पर बना कम दबाव वाला क्षेत्र अगले 48 घंटों में चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। इसका असर महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों पर पड़ेगा। भारत के मौसम विभाग ने रविवार को बताया कि 3 जून तक चक्रवाती तूफान महाराष्ट्र और गुजरात के तटों तक दस्तक दे देगा। चक्रवाती तूफान अम्फान के पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के कुछ दिनों बाद ही मौसम विभाग ने यह चेतावनी जारी की है। IMD ने ट्वीट कर कहा, “अगले 48 घंटों के दौरान अरब सागर के ऊपर बनने वाला कम दबाव वाला क्षेत्र चक्रवाती तूफान में और तेजी लाएगा, जिससे अगले 48 घंटों में डिप्रेशन बन सकता है। यह 3 जून की सुबह उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों तक पहुंच जाएगा।” इस चक्रवाती तूफान के असर से देश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है।”
मछुआरों को दी गई 4 जून तक समुद्र में न उतरने की सलाह
मौसम ब्यूरो ने कहा कि समुद्र की स्थिति बहुत खराब होगी। मछुआरों को 4 जून तक उत्तर और दक्षिण गुजरात के तटों पर न उतरने की सलाह दी गई है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान से 98 मौतें हो चुकी हैं और लाखों लोग बेघर हो गए। इसके अलावा राज्य के बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा है।