Weather Heatwave Update: उत्तर पश्चिमी भारत में लू का प्रकोप जारी, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, दिल्ली में कल से लू चलने की चेतावनी, जानें गाइडलाइन
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 27, 2022 09:11 PM2022-04-27T21:11:08+5:302022-04-27T21:12:30+5:30
Weather Heatwave Update: दिल्ली में बुधवार को ज्यादातर इलाकों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई। सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मंगलवार को 40.8 डिग्री दर्ज किया गया था।
Weather Heatwave Update: उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत में लू का प्रकोप जारी है। देश के इन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान फिर से बढ़ने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 27 अप्रैल से मध्य, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम भारत में हीटवेव शुरू होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम, मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की भविष्यवाणी की है। अगले चार से पांच दिनों के दौरान गुजरात और महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
मंगलवार को 40.8 डिग्री दर्ज किया गया था
आईएमडी ने आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की है। दिल्ली में बुधवार को ज्यादातर इलाकों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई। सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मंगलवार को 40.8 डिग्री दर्ज किया गया था।
पीतमपुरा में 43.6 और मुंगेशपुर में 44.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। नजफगढ़ में 43.7, रिज में 43.6 और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 44.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सफदरजंग वेधशाला में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री के पार और शुक्रवार को 44 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
अप्रैल में रिकॉर्ड अधिकतम तापमान 29 अप्रैल 1941 को 45.6 डिग्री से दर्ज किया गया था
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। राजधानी में 21 अप्रैल 2017 को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री से. दर्ज किया गया था। अप्रैल में रिकॉर्ड अधिकतम तापमान 29 अप्रैल 1941 को 45.6 डिग्री से दर्ज किया गया था।
उत्तरपश्चिमी भारत में मार्च के अंतिम सप्ताह से सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया गया है और मौसम विशेषज्ञ इसके लिए उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। क्षेत्र को अफगानिस्तान पर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण बादल छाए रहने की वजह से पिछले सप्ताह थोड़ी राहत मिली थी।
28 अप्रैल से लू चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया
राष्ट्रीय राजधानी में 28 अप्रैल से लू चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) मौसम की चेतावनी के लिए चार रंगों के कोड का उपयोग करता है - हरा (कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), पीला (नजर रखें और अद्यतन रहे), नारंगी (तैयार रहें) और लाल (कार्रवाई करें) ।
आईएमडी ने कहा कि लू से प्रभावित इलाकों में कमजोर लोगों जैसे कि शिशुओं, बुजुर्गों, क्रमिक बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए ‘मध्यम’ स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। उसने कहा, ‘‘इन क्षेत्रों के लोगों को गर्मी में निकलने से बचना चाहिए, हल्के रंग के, ढीले सूती कपड़े पहनने चाहिए और सिर पर कपड़े, टोपी या छाते से अपना बचाव करना चाहिए।’’
गंभीर लू जैसी स्थिति घोषित की जाती
शहर में इस साल अप्रैल में आठ दिन लू चली जो 2010 के बाद से सबसे अधिक है। दिल्ली में शुक्रवार और रविवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने, हल्की बारिश और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवा चलने का अनुमान है, जिससे थोड़ी राहत मिलने के आसार है । मैदानी इलाकों में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक अथवा सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होता है तब लू जैसे हालात की घोषणा की जाती है । आईएमडी के अनुसार, यदि तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री से अधिक है, तो इसे गंभीर लू जैसी स्थिति घोषित की जाती है।
मौसम विभाग ने पहले कहा था कि उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के आसपास के हिस्सों में अप्रैल में अधिक तेज और लगातार लू की स्थिति देखे जाने की आशंका है। भारत में पिछले 122 वर्ष में इस साल मार्च का महीने सबसे गर्म रहा और इस दौरान देश के बड़े हिस्से को भीषण गर्मी के प्रकोप का सामना करना पड़ा था।
राजस्थान में तापमान में वृद्धि का दौर जारी, अधिकतर हिस्सों में पारा 44 डिग्री सेल्सियस के करीब
राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में पिछले दो तीन दिनों से वृद्धि दर्ज की जा रही है। राज्य के वनस्थली में बुधवार को सबसे अधिक 45.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जबकि बीकानेर-फलोदी में पारा 45.2 डिग्री रहा।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राज्य के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया और राजस्थान में गर्मी के इस सत्र में तीसरे ‘लू’ का दौर बुधवार से शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि आगामी एक सप्ताह में तापमान में फिलहाल और हल्की बढ़ोतरी हो सकती है।
राज्य में लू का यह दौर आगामी चार पांच दिनों तक जारी रहेगा। इस दौरान जोधपुर, बीकानेर, जयपुर संभाग, भरतपुर संभाग में कहीं कहीं भीषण गर्मी की स्थिति बनने की प्रबल आशंका है। उन्होंने बताया कि संभागों के जिलों में कहीं-कहीं तापमान 44-45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।
उन्होंने बताया कि आगामी 29-30 अप्रैल को राज्य में एक और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव भी देखने को मिलेगा, इस दौरान दोपहर के बाद जोधपुर, अजमेर, बीकानेर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ अधंड चलने की संभावना है और इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। शर्मा ने बताया कि अगले एक सप्ताह के दौरान राज्य में लू का प्रकोप जारी रहेगा जबकि राज्य के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों के कुछ भागों में तेज सतही हवाएं चल सकती हैं।
मौसम विभाग के बाडमेर में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि श्रीगंगानगर में 44.7 डिग्री, पिलानी में 44.2 डिग्री, चूरू में 44 डिग्री, कोटा-जोधपुर 43.6-43-6 डिग्री, अजमेर-भीलवाड़ा-जैसलमेर में 43-43 डिग्री सेल्सियस और अन्य प्रमुख स्थानों में 42.4 डिग्री सेल्सियस से लेकर 41.6 डिग्री सेल्सियस के बीच अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार की रात तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 30.9 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
(इनपुट एजेंसी)