अयोध्या में बुधवार (5 अगस्त) को राम मंदिर का भूमि पूजन और शिलान्यास किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी में पवित्र मुर्हूत में भूमि पूजन किया। भूमि पूजन के बाद केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने खुशी जाहिर की है और कहा कि बड़ी समस्या का हल सौहार्दपूर्ण तरीके से हो गई।
राम मंदिर 'भूमि पूजन' पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, "हमें खुशी महसूस करनी चाहिए कि जिस समस्या के कारण इतनी परेशानी हुई है, वह सौहार्दपूर्ण और शांति से हल हो गई है। इससे हमें वास्तव में प्रेरित होना चाहिए।"
भूमि पूजन में पीएम मोदी के जाने का भी किया था समर्थन
इससे पहले आरिफ मोहम्मद खान ने भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जाने का भी समर्थन किया था। जब उनसे पूछा गया था कि क्या पीएम मोदी को एक धार्मिक कार्यक्रम में जाना चाहिए तो उन्होंने कहा था कि राम मंदिर एक धर्म का नहीं बल्कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति से जुड़ा मामला है। राम के बिना भारत की सभ्यता संस्कृति की कल्पना नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा था कि आजादी के बाद जो ध्येय वाक्य है वो कम से कम 150 वेदों से लिए गए हैं। ऐसे नहीं कि उनका कोई धार्मिक महत्व नहीं है, बल्कि वे (वेद) महान विवेक की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि संसद के मुख्य द्वार पर भी 'वसुधैव कुटुंबकम' वेद-उपनिषद से लिए गए सूत्र हैं।