'हम दुश्मन नहीं, सीएम उद्धव को भी सब पता था', फड़नवीस से मुलाकात पर संजय राउत की सफाई, अकाली दल को लेकर कही ये बात
By स्वाति सिंह | Published: September 27, 2020 01:17 PM2020-09-27T13:17:55+5:302020-09-27T13:21:00+5:30
संजय राउत ने कहा, 'शिवसेना को मजबूरन एनडीए से बाहर निकलना पड़ा था। अब अकाली दल ने भी ऐसा ही किया। एनडीए को अब नए साथी मिल गए हैं। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं, मैं उसे एनडीए नहीं मानता।'
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और शिवसेना सांसद संजय राउत के बीच हुई मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई। इसके बाद रविवार को संजय राउत ने कहा कि यह मुलाकात पहले से तय थी। राउत ने कहा, 'नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, ऐसे में वह उद्धव ठाकरे के नेता हैं। वह हमारे नेता भी हैं।'
संजय राउत ने कहा, 'फड़नवीस हमारे दुश्मन नहीं हैं, हमने उनके साथ काम किया है। उनसे मेरी मुलाकात सामना को लेकर हुई। इस मुलाकात के बारे में उद्धव ठाकरे को जानकारी है। हमारी विचारधारा में अंतर है, लेकिन हम एक-दूसरे के दुश्मन नहीं हैं।' एनडीए से अकाली दल के अलग होने पर संजय राउत ने कहा कि यह बीजेपी के लिए बड़ा झटका है। उन्होंने कहा कि शिवसेना और अकाली दल के बिना एनडीए अपूर्ण है। ये दोनों उसके मजबूत स्तंभ थे।'
इसके साथ ही संजय राउत ने कहा, 'शिवसेना को मजबूरन एनडीए से बाहर निकलना पड़ा था। अब अकाली दल ने भी ऐसा ही किया। एनडीए को अब नए साथी मिल गए हैं। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं, मैं उसे एनडीए नहीं मानता।' संजय राउत ने एक होटल में देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात की थी।
बता दें कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कृषि विधेयकों के विरोध में शनिवार रात को भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने की घोषणा की। यहां पार्टी की कोर समिति की बैठक के बाद उन्होंने यह घोषणा की।
सुखबीर ने कहा, ‘‘शिरोमणि अकाली दल की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई कोर समिति की आज रात हुई आपात बैठक में भाजपा नीत राजग से अगल होने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया।’’ इससे पहले राजग के दो अन्य प्रमुख सहयोगी दल शिवसेना और तेलगु देशम पार्टी भी अन्य मुद्दों पर गठबंधन से अलग हो चुके हैं।