नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कोरोना के इलाज के लिए प्लाज्म थैरेपे को बहुत विश्वसनीय नहीं बताने और महाराष्ट्र में इस थैरेपी के बावजूद एक मरीज की मौत की खबरों के बीच अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर दोहराया है कि ये तकनीक दिल्ली में सफल साबित हो रही है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के करीब 1,100 जो मरीज ठीक हुए हैं, उनसे संपर्क हो रहा है और लगभग सभी अपना प्लाज्मा देने को तैयार हैं।
दिल्ली में बेहतर है टेस्टिंग की औसत
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ये भी बताया कि दिल्ली में हर 10 लाख की आबादी पर लगभग 2,300 टेस्ट हो रहे हैं,जबकि पूरे देश में 10 लाख लोगों पर 500 टेस्ट हो रहे हैं। इस वजह से दिल्ली में ऐसा लगता है कि मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं। मालूम हो, दिल्ली में कोरोना वायरस के अब तक कुल 3,515 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 59 मृत्यु हो गई है, जबकि 1,094 लोग या तो ठीक हो चुके हैं या फिर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
प्लाज्मा थेरेपी पर ये बोले केजरीवाल
प्लाज्मा थेरेपी को लेकर केजरीवाल ने कहा, 'एलएनजेपी अस्पताल में जिस पहले मरीज को प्लाज्मा थेरेपी मिली थी, वो कल ठीक होकर अपने घर चला गया। उस मरीज की हालत काफी गंभीर थी। प्लाज्मा थेरेपी के नतीजे अभी अंतिम नहीं हैं। हम अभी ट्रायल कर रहे हैं। दिल्ली में प्लाज्मा थेरेपी के ट्रायल पूरे जोर-शोर से चल रहे हैं।'
कोटा से वापस आएंगे दिल्ली के रहने वाले बच्चे
अपनी बात को जारी रखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये भी कहा कि कोटा में दिल्ली के कुछ बच्चे जो IIT की तैयारी करने गए थे, फंसे हुए थे। मेरे हाथ बंधे थे क्योंकि केंद्र की मंजूरी के बिना हम कोई कदम नहीं उठाना चाहते थे। परसों केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी। आज दिल्ली से लगभग 40 बसें कोटा जा रही हैं, उम्मीद है कल तक बच्चे वापस आ जाएंगे।
इस महीने दोगुना राशन देगी दिल्ली सरकार
केजरीवाल ने कहा कि इस महीने दिल्ली सरकार राशन (मुफ्त में) दोगुना देगी। उन्होंने कहा, 'हर महीने 5-5 किलो राशन दिया जाता था और पिछले हफ्ते हमने 1.5 गुना राशन दिया था। मगर इस महीने हम 10 किलो राशन प्रति व्यक्ति दे रहे हैं और इसके साथ हम एक किट भी दे रहें, जिसमें रोज़मर्रा की चीजें होगी।'