जम्मू , 03 जून: पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और उसने रविवार सुबह जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर के प्रगवाल इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी की। इस दौरान भारतीय सीमा सुरक्षा बलों के दो जवान शहीद हो गए, जबकि 13 स्थानीय नागरिक घायल हुए हैं। सभी घायलों का नजदीकी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
सीजफाय उल्लंघन मामले को लेकर जम्मू के आईजीपी एसडी सिंह ने कहा 'हम हर तरह की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। अब तक 13 नागरिक घायल हुए हैं, लेकिन उनका हौसला बुलंद है। हमने असुरक्षित स्थानों से लोगों को निकालने के पूरे इंतजाम कर लिए हैं।'
अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ के कर्मियों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। सीमापार से हुई गोलीबारी संघर्षविराम का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने तक गोलीबारी जारी थी। 29 मई को भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने जम्मू कश्मीर में सरहद पर गोलीबारी की घटनाओं को तुरंत रोकने के लिए 2003 के संघर्षविराम समझौते को (अक्षरश) लागू करने पर सहमति जताई थी।
विशेष हॉट लाइन पर हुई बातचीत में दोनों कमांडरों ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा भी की थी। हॉटलाइन पर बातचीत करने की पहल पाकिस्तानी डीजीएमओ ने की थी। बातचीत भारत के डीजीएमओ ले. जनरल अनिल चौहान और पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा के बीच हुई थी। इसके बाद दोनों सेनाओं ने एक जैसा बयान जारी करके कहा था कि दोनों पक्ष 15 साल पुराने संघर्षविराम समझौते को लागू करने पर सहमत हैं।
बता दें, इससे पहले 18 मई को पाकिस्तान ने लगातार तीसरे दिन जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया था। इस दौरान बीएसएफ का एक जवान सीताराम उपाध्याय शहीद हो गया था, जबकि कई स्थानीय नागरिक घायल हो गए थे। मालूम हो कि 16 मई को सांबा और कठुआ जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट पाकिस्तानी रेंजरों ने रातभर 15 सीमा चौकियों और कुछ रिहायशी इलाकों पर गोलीबारी की और मोर्टार दागे। इसमें बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने भी जवाबी गोलीबारी की।
वहीं,16 मई को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में बुधवार को आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के ऊपर फायरिंग कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने वन्य क्षेत्र होने के चलते सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था। पूरे इलाके की आवाजाही रोक दी गई थी और फायरिंग कर भागे आतंकियों की तलाश की थी।