कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गुरुवार को कोलकाता में मोटरसाइकिल पर सवारी करते हुए देखा गया है। इससे पहले उन्होंने गांधी प्रतिमा तक कैंडललाइट मार्च भी निकाला था और पहलवानों के प्रति अपना समर्थन दिखाया था। सीएम ममता ने भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ दिल्ली में विरोध कर रहे पहलवानों का साथ देते हुए ये कैंडललाइट मार्च निकाला था।
इस मार्च के बाद सीएम ममता को एक बाइक पर सवार हो कर कुछ दूर तक जाते हुए देखा गया है। जारी वीडियो में सीएम ममता की सवारी के समय कई नेता और अधिकारी को वहां मौजूद देखा गया है। यह पहली बार नहीं है जब सीएम ममता बनर्जी ने किसी बाइक पर सवारी की है, इससे पहले वे कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकीम के साथ एक स्कूटी पर भी सवारी की थी।
वीडियो में क्या दिखा, पहलवानों के समर्थन में क्या बोली सीएम ममता
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा जारी वीडियो में यह देखा गया है कि सीएम ममता बनर्जी बाइक पर सवार हैं और उन्हें एक अधिकारी हेलमेट दे रहा है। इस बीच वहां कई टीएमसी नेता और अधिकारी भी मौजूद हैं। इसके बाद बाइक चलने लगती है और अधिकारी सीएम के पीछे दौड़ने लगते है। बाइक की पिछली सीट पर बैठी सीएम ममता मोटरसाइकिल को पीछे से पकड़ी हुईं है।
ऐसे में बाइक सवारी से पहले सीएम ममता बनर्जी ने पहलवानों के समर्थन में एक कैंडल मार्च भी निकाला था। इस मार्च में बोलते हुए सीएम ने कहा था कि "हमारी टीम पहलवानों से मिलने और उनका समर्थन करने जाएगी। हम आपके साथ हैं, इसलिए हमने आज यह रैली निकाली है। इसे कल भी जारी रखा जाएगा। पहलवान हमारे देश का गौरव हैं। हम आपकी लड़ाई में आपके साथ हैं।"
पहलवानों का प्रदर्शन है जीवन, न्याय और आजादी का संघर्ष-सीएम ममता
सीएम ममता बनर्जी ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से यह अपील की है कि वे इस लड़ाई में पीछे नहीं हटें और उनके फैसले को देखते हुए हमारा मूवमेंट भी जारी रहेगा। यही नहीं सीएम ने पहलवानों के प्रदर्शन को जीवन, न्याय और आजादी का संघर्ष करार दिया है। टीएमसी प्रमुख ने यह भी कहा है कि जब तक भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, हम नहीं छोड़ेंगे। सीएम ममता का कैंडल लाइट मार्च कोलकाता मैदान स्थित भारतीय फुटबॉल टीम के पहले कप्तान गोष्ठ पाल की प्रतिमा से शुरू होकर मेयो-डफरिन रोड चौराहे पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर संपन्न हुआ था।