बंगाल हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार (16 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'मोदी सबूत दें कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी है। अगर सबूत नहीं दे पाएं तो मैं आपको जेल में डाल दूंगी।' ममता ने मोदी को धमकी देते हुए कहा कि आप 23 मई तक आप सतर्क रहें।
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के मथुरापुर में एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा, 'भाजपा ने पश्चिम बंगाल में 200 साल पुरानी विरासत नष्ट की, जो लोग पार्टी का समर्थन कर रहे हैं उन्हें समाज स्वीकार नहीं करेगा।' ममता ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों को भड़का कर दंगे कराने के लिए भाजपा सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो डाल रही है।
ममता ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि वह विद्यासागर की मूर्ति बनवाएंगे। बंगाल के पास मूर्ति बनाने के पैसे हैं। क्या वह 200 साल पुराना हेरिटेज लौटा सकते हैं? हमारे पास सबूत है और आप कह रहे हैं कि टीएमसी ने किया है। क्या आपको शर्म नहीं आती है? उन्होंने कहा कि इतना झूठ बोलने के लिए उन्हें उठक-बैठक करनी चाहिए। आरोप साबित करिए नहीं तो मैं आपको जेल भेजूंगी।
ईश्वर चंद विद्यासगार की मूर्ति तोड़ने पर ममता ने कहा कि प्रतिमाएं तोड़ना भाजपा की आदतों में एक, इस पार्टी ने त्रिपुरा में भी ऐसा ही किया था। ममता ने कहा कि हमें पता चला कि पिछली रात बीजेपी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की थी ताकि नरेंद्र मोदी की रैली के बाद हम कोई रैली न कर सकें। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी का भाई है, पहले यह निष्पक्ष था और अब देश में हर कोई कह रहा है कि चुनाव आयोग बीजेपी को बिक गया है।'
नरेंद्र मोदी की ममता को चुनौती
इससे पहले पीएम मोदी ने चंदौली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा, आज दमदम में मेरी रैली है, देखते हैं दीदी ये रैली होने देती हैं या नहीं? बंगाल में चुनावी हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने पहली बार आर्टिकल 324 के तहत प्रचार करने पर एक दिन पहले ही रोक लगा दी है। पश्चिम बंगाल में 17 मई को चुनाव प्रचार खत्म होने वाल था लेकिन अब 16 मई की रात 10 बजे के बाद चुनाव प्रचार नहीं होगा।