हिन्दू नहीं मुस्लिम थे भगवान राम?, टीएमसी विधायक मदन मित्रा के बिगड़े बोल, वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 19, 2025 10:33 IST2025-12-19T10:31:53+5:302025-12-19T10:33:52+5:30
बंगाल की मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) और संसद के अंदर तृणमूल के सांसदों द्वारा धूम्रपान या ई-सिगरेट पीने को लेकर दोनों पार्टियां पहले ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर चुकी हैं।

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कोलकाताः पश्चिम बंगाल में 2026 विधानसभा चुनाव है। 6 दिसंबर को तृणमूल कांग्रेस के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद की नींव रखी थी तो तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा ने भागवान राम पर बड़ा बयान देकर माहौल गर्म कर दिया। मदन मित्रा ने कहा कि भगवान राम हिन्दू नहीं मुस्लिम थे। इस बयान को लेकर हंगामा शुरू हो गया है। हालांकि भाजपा के उस आरोप का खंडन किया जिसमें उन पर 'जानबूझकर हिंदू धर्म का अपमान' करने का आरोप लगाया गया था।
.@AitcOfficial leaders cannot help but insult Hindu Gods and Hindu beliefs it seems. Now TMC MLA Madan Mitra says Lord Ram was a Muslim, Not Hindu.
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) December 18, 2025
This continuous abuse of our culture and history is not a slip of tongue! Rather it is a no-so-subtle message to illegal… pic.twitter.com/Cf2TnDb2Wq
मित्रा ने कहा कि भाजपा के प्रदीप भंडारी द्वारा X पर साझा किया गया विवादित वीडियो पिछले साल एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिए गए उनके भाषण का संपादित संस्करण है। मित्रा ने आज शाम कहा, "यह एक पुराना वीडियो है... 2024 का है। उन्होंने इसे संपादित करके अब (अगले साल की शुरुआत में बंगाल चुनाव से पहले) प्रकाशित किया है।"
उन्होंने भाजपा पर वीडियो संपादित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे पूरा वीडियो नहीं दिखा रहे हैं। अगर वे इसे प्रकाशित करेंगे तो उन्हें पता चलेगा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है। इससे पहले भंडारी ने अपने X अकाउंट पर 35 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया है। मित्रा जो 2011 में अपनी जीत तक वामपंथी गढ़ माने जाने वाले कमरहटी से दो बार विधायक रह चुके हैं।
TMC MLA Madan Mitra’s outrageous claim that “Prabhu Sri Ram was a Muslim, not a Hindu” is a deliberate insult to Hindu faith.
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) December 18, 2025
This is what the TMC has degenerated into:
👉 Daily attacks on Hindu beliefs
👉 Mocking Hindu faith and traditions of Bengal’s people
👉 Cheap… pic.twitter.com/94Iwum4DPo
मित्रा ने कहा था, 'राम मुसलमान हैं... हिंदू नहीं।' भंडारी ने कहा, "तृणमूल पार्टी का यही हाल हो गया है... रोज़ाना हिंदू मान्यताओं पर हमले, हिंदू धर्म का मज़ाक उड़ाना और बंगाली लोगों की परंपराओं का उपहास करना। वोट बैंक को खुश करने के लिए घटिया उकसावे वाली कार्रवाई... यही (मुख्यमंत्री) ममता बनर्जी की एकमात्र प्राथमिकता है।"
"ऐसे बयान सिर्फ अज्ञानता से नहीं आते... बल्कि राजनीतिक संरक्षण से आते हैं। जब ममता बनर्जी चुप रहना चुनती हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि इस अपमान को उनकी स्वीकृति प्राप्त है।" चुनाव से पहले तृणमूल और भाजपा एक-दूसरे पर हमले कर रही हैं।
बंगाल की मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) और संसद के अंदर तृणमूल के सांसदों द्वारा धूम्रपान या ई-सिगरेट पीने को लेकर दोनों पार्टियां पहले ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर चुकी हैं। इस महीने फुटबॉल स्टार लियोनेल मेस्सी की कोलकाता यात्रा के दौरान मची अराजकता को लेकर तृणमूल पार्टी भी आलोचनाओं के घेरे में है।