Haryana Assembly polls: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी हमला बोला। शाह ने हरियाणा के रेवाड़ी में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि किसान से आपको क्या मतलब है। ये हरियाणा की भूमि बलिदान व वीरता की भूमि है। ये हरियाणा की भूमि ज्ञान, अध्यात्म और गीता की भूमि है। ये हरियाणा की भूमि शक्ति और समृद्धि की भूमि है। आज देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, जम्मू-कश्मीर सुरक्षित है, तो इसमें हरियाणा के जवानों का बलिदान, वीरता और शौर्य शामिल है। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी, कट, कमीशन और करप्शन से चलती थी। डीलर, दलाल और दामादों का राज चलता था। भाजपा सरकार में न डीलर बचे न ही दलाल बचे, दामाद का तो सवाल ही नहीं है। किसानों के हितों को लेकर शाह ने गांधी पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या वह एमएसपी का पूरा मतलब भी जानते हैं?
साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 24 फसलें खरीद रही है। अमित शाह ने रेवाड़ी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार और आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधा।
अमित शाह ने किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि कुछ एनजीओ ने राहुल ‘बाबा’ से कहा है कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के नाम पर उन्हें वोट मिलेंगे। उन्होंने पूछा, ‘‘राहुल बाबा आप एमएसपी का पूरा नाम जानते हैं? क्या आप ये भी जानते हैं कि कौन-सी रबी की फसल है और कौन-सी खरीफ की फसल है?’’
शाह ने कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार एमएसपी पर 24 फसलें खरीद रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हरियाणा के कांग्रेस नेता बताएं कि कौन सा कांग्रेस शासित राज्य इतनी फसलें खरीद रहा है।” शाह ने पूछा, ‘‘कर्नाटक और तेलंगाना में एमएसपी पर कितनी फसलें खरीदी जा रही हैं?’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान धान की खरीद 1300 रुपये प्रति क्विंटल थी लेकिन अब 2300 रुपये प्रति क्विंटल पर धान खरीदा जाता है और अगर आप हरियाणा में भाजपा की सरकार चुनते हैं तो हम 3,100 रुपये (प्रति क्विंटल) पर धान खरीदेंगे।
अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह नरेन्द्र मोदी सरकार है जिसने ‘वन रैंक वन पेंशन’ की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया है। शाह ने कहा कि भाजपा ने हरियाणा में एक समान विकास किया है और पिछले 10 साल में भ्रष्टाचार खत्म हो गया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस की सरकारें कट, कमीशन और भ्रष्टाचार के आधार पर चलती थीं जबकि डीलर, दलाल और दामाद राज करते थे।’’ हरियाणा में विधानसभा चुनाव पांच अक्टूबर को होंगे और नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।