Bihar RJD: सनातन धर्म को कहा पाखंड?, राजद विधायक प्रो. चंद्रशेखर बोले- कुत्ता भैरव भगवान, नाग देवता और उल्लू लक्ष्मी माता की सवारी, क्या है...
By एस पी सिन्हा | Updated: February 26, 2025 15:45 IST2025-02-26T15:43:37+5:302025-02-26T15:45:01+5:30
Bihar RJD: मधेपुरा में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने धार्मिक मान्यताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि कौन सा धर्म या विचारधारा इंसान को अछूत बनाती है?

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पटनाः राजद विधायक एवं पूर्व मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने सनातन धर्म को लेकर एक बार फिर से विवादास्पद बयान दिए जाने पर सियासत गर्मा गई है। इसको लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता निखिल मंडल ने अपने एक्स पर कहा कि लालू यादव की पार्टी राजद के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर सनातन धर्म के पर्व और परंपराओं को गाली देते रहते हैं। वे हिन्दू धर्म की मान्यताओं, संस्कृति और मंदिरों पर हमला करते रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए भी दिखते हैं। दरअसल, मधेपुरा में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने धार्मिक मान्यताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि कौन सा धर्म या विचारधारा इंसान को अछूत बनाती है?
मगर, जानवरों को भगवान का दर्जा देती है। अपने जहरीले बोल जारी रखते हुए प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि जानवरों का सम्मान होना चाहिए, क्योंकि वह भी जीव हैं। उन्होंने कहा कि इस भेदभाव के खिलाफ जनजागृति की जरूरत है। समाजवादियों का लक्ष्य समानता स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी इस सामाजिक कुरीति के खिलाफ अभियान जारी रखेगी।
प्रो.चंद्रशेखर ने तेजस्वी और राजद के मिशन का खुलासा करते हुए कहा कि इंसान अछूत होता है, लेकिन कुत्ता भैरव भगवान होता है। नाग देवता होता है, जिसके डंसने से इंसान मर जाता है। उल्लू लक्ष्मी माता की सवारी बनता है, लेकिन इंसान अछूत रहता है। जो धर्म इंसान को अछूत और जानवरों को भगवान बनाता है, वह अधर्मी और पाखंडी है।
मगर, जो धर्म इंसान को अछूत और जानवरों को भगवान बनाता है। वह अधर्मी और पाखंडी है, बस धार्मिक होने का दिखावा करते हैं। वहीं प्रो. चंद्रशेखर का शिवलिंग पर जल चढ़ाने का वीडियो वायरल होने पर विपक्ष का कहना है कि चंद्रशेखर राजद के मिशन को बता रहे हैं। वे भले ही सार्वजनिक रूप से सनातन धर्म का विरोध कर रहे हों, लेकिन निजी तौर पर शिव जी को परंपरागत रूप से जल भी चढ़ा रहे हैं।
बता दें प्रो. चंद्रशेखर ने पहले धार्मिक ग्रंथों पर टिप्पणी की इससे पहले भी उन्होंने रामचरितमानस और मनुस्मृति जैसी किताबों पर नकारात्मक टिप्पणियां की थीं, जिन्हें उन्होंने समाज में विभाजन और नफरत फैलाने वाला बताया था। इससे पहले चंद्रशेखर ने कहा था कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है।
यह पोटेशियम साइनाइड रहेगा, तब तक मैं इसका विरोध जारी रखूंगा। इसके साथ ही उन्होंने रामचरितमानस के अरण्य कांड की एक चौपाई सुनाई- पूजहि विप्र सकल गुण हीना, शूद्र न पूजहु वेद प्रवीणा और सवाल किया कि क्या गुण हीन विप्र पूजनीय हैं और गुण युक्त शूद्र वेद के जानकार होने पर भी पूजनीय नहीं हैं? उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव एक तरफ जहां 'बाप(बीएएपी)' की बात करते हैं। वहीं, उनके पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर सनातन को लगातार 'गाली' दे रहे हैं।