हिंदू धर्म अपनाने के बाद बोले वसीम रिजवी- इस्लाम धर्म नहीं आतंकियों का एक गुट है, नाम बदल रखा हरबीर नारायण सिंह त्यागी
By अनिल शर्मा | Published: December 6, 2021 12:18 PM2021-12-06T12:18:48+5:302021-12-06T16:36:35+5:30
धर्म परिवर्तन को लेकर रिजवी ने कहा, धर्म परिवर्तन की कोई बात नहीं है। जब मुझको इस्लाम से निकाल ही दिया गया, तो यह मेरी मर्जी है कि मैं किस धर्म को स्वीकार करूं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है।
गाजियाबादः अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों में रहनेवाले यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने बाबरी विध्वंस की बरसी पर हिंदू धर्म अपना लिया है। गाजियाबाद के डासना मंदिर में रिजवी ने हिंदू धर्म की दीक्षा ली है। साथ ही उन्होंने वसीम रिजवी से अपना नाम बदलकर हरबीर नारायण सिंह त्यागी रख लिया है।
हिंदू धर्म अपनाने के बाद हरबीर नारायण सिंह त्यागी ( वसीम रिजवी ) ने गाजियाबाद के अर्चना देवी मंदिर में पूजा भी की। इसके साथ ही उन्होंने इस्लाम धर्म पर हमला बोलते हुए इसे आंतकी गुट बताया। रिजवी ने कहा कि इस्लाम कोई धर्म नहीं है, बल्कि मोहम्मद द्वारा ऑर्गेनाइज किया गया आतंकी गुट है।
#ग़ाज़ियाबाद :वसीम रिजवी त्यागी समाज ग्रहण करेंगे, हिन्दू धर्म मे वापसी के बाद त्यागी जाति में जाएंगे। pic.twitter.com/1siBnUR3FN
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धर्म परिवर्तन को लेकर रिजवी ने कहा, धर्म परिवर्तन की कोई बात नहीं है। जब मुझको इस्लाम से निकाल ही दिया गया, तो यह मेरी मर्जी है कि मैं किस धर्म को स्वीकार करूं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला मजहब है। पहला धर्म है। और जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं, इंसानियत पाई जाती हैं, मैं समझता हूं कि किसी और दूसरे धर्म में नहीं है।
रिजवी ने आगे कहा कि इस्लाम को हम धर्म समझते ही नहीं हैं। इतना पढ़ लेने के बाद इस्लाम के बारे में, मोहम्मद के चरित्र के बारे में। और जो उनका आतंकवादी चेहरा है, उसको पढ़ लेने के बाद हम सझते हैं कि इस्लाम कोई धर्म नहीं है, बल्कि मोहम्मद द्वारा ऑर्गेनाइज किया गया आतंकी गुट है। जो 1400 सालों पहले अरब के रेगिस्तानों में तैयार किया गया था।
रिजवी ने कहा हमे इस्लाम में बने रहने पर शर्म आती है। बकौल रिजवी, जब हमको निकाल दिया गया, हर जुमे को नमाज के बाद हमारा और यति नरसिंम्हानंद गिरी जी का सर कलम करने के लिए फतवे दिए जाते हैं, इनाम बढ़ाया जाता है तो ऐसी परिस्थितियों में हमको कोई इस्लाम और मुसलमान कहे, हमको खुद शर्म आ रही है।
गौरतलब है कि जुलाई महीने में सैयद वसीम रिजवी ने पवित्र कुरान की 26 आयतों को हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसको लेकर रिजवी पर 50 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया था। इसके साथ ही वसीम रिजवी के खिलाफ अपने ही वाहन चालक की पत्नी से बलात्कार और लूट के आरोप को लेकर लखनऊ के सआदतगंज थाने में मामला दर्ज किया गया था।