केंद्रीय आईटी एवं विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिहार के 100 वीएलई के साथ बातचीत में कहा कि कॉमन सर्विस सेंटरों ने कोरोना महामारी के दौरान ग्रामीण नागरिकों को सशक्त बनाने और उन्हें विभिन्न सरकारी सेवाएं पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कोविड -19 संकट के दौरान सीएससी के माध्यम से वीएलई सरकार के एजेंडे को ग्रामीण भारत में रहने वाले लोगों की सेवा में आगे ले जा रहे हैं।
केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग आयोजन में कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों तक डिजिटल पेमेंट, ग्रामीण ई-स्टोर, जैसी सेवाएं प्रदान करने में कॉमन सर्विसेज सेंटर (सीएससी) आगे रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में हमारे वीएलई के कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है।
अप्रैल महीने के दौरान वीएलई द्वारा 35 हजार टेलीमेडिसिन का काम किया गया है। वे कोरोना महामारी के दौरान डिजिपे के माध्यम से लोगों को सशक्त बना रहे हैं। इससे लोगों को फायदा हो रहा है।
कई क्षेत्रों में सीएससी द्वारा मास्क और सैनिटाइज़र का वितरण भी किया गया है और मेरी सलाह है कि इस प्रकार के काम को जारी रखें।
कार्यशाला में प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, सीएससी एसपीवी के सीईओ डॉ. दिनेश त्यागी ने कहा कि केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारत में सीएससी योजना को महान सामाजिक आंदोलन बनाने में हमारी मदद की है। इन्हीं के प्रयासों और समर्थन से सीएससी जीवंत हुए हैं।