विजयवर्गीय के विधायक बेटे ने कहा : पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए
By भाषा | Updated: December 10, 2020 20:52 IST2020-12-10T20:52:40+5:302020-12-10T20:52:40+5:30

विजयवर्गीय के विधायक बेटे ने कहा : पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए
इंदौर (मध्यप्रदेश), 10 दिसंबर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हमले की पार्टी के स्थानीय विधायक आकाश विजयवर्गीय ने बृहस्पतिवार को निंदा की। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस शासित सूबे में अगले विधानसभा चुनाव निष्पक्ष रूप से कराने के लिए वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।
आकाश, भाजपा संगठन में पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र हैं। नड्डा के काफिले पर हमले के दौरान घायल भाजपा नेताओं में कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हैं।
इंदौर शहर के क्षेत्र क्रमांक-तीन की विधानसभा में नुमाइंदगी करने वाले आकाश ने संवाददाताओं से कहा, "पश्चिम बंगाल में बढ़ती अराजकता को देखते हुए लग रहा है कि अगर वहां अगले विधानसभा चुनाव निष्पक्ष रूप से संपन्न कराए जाने हैं, तो राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए ताकि जनता भयमुक्त माहौल में मताधिकार का इस्तेमाल कर सके।"
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "ममता बनर्जी और उनके साथी नहीं चाहते कि देश में सुख-समृद्धि और शांति हो। उनकी सहानुभूति तो बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ ज्यादा लगती है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के काफिले पर हमला घुसपैठियों के प्रति उनकी इसी हमदर्दी का परिणाम है।"
आकाश ने कहा, "तृणमूल कांग्रेस के गुंडों के हमले में मेरे पिता के हाथ में मामूली चोट आई है। मेरी उनसे फोन पर बात भी हुई है। उनकी हालत फिलहाल ठीक है और उन्होंने मुझसे कहा है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा।"
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने नड्डा के काफिले पर उस समय हमला किया जब वह भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने डायमंड हार्बर जा रहे थे। इसमें भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित पार्टी के कई नेता घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। इन चुनावों में विपक्षी भाजपा के सामने बनर्जी की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का गढ़ भेदने की चुनौती है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।