हरियाणा: बीजेपी सरकार के मंत्री अनिल विज ने कहा- राष्ट्रगान से हटने चाहिए 'अधिनायक' और 'सिन्ध' जैसे शब्द
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: March 17, 2018 21:03 IST2018-03-17T20:55:07+5:302018-03-17T21:03:05+5:30
भारत का राष्ट्रगान "जन गण मन भारत भाग्य विधाता" है जिसकी रचना देश की आजादी से पहले बांग्ला के मशहूर कवि, कथाकार और कलाकार रवींद्र नाथ टैगोर ने किया था।

हरियाणा: बीजेपी सरकार के मंत्री अनिल विज ने कहा- राष्ट्रगान से हटने चाहिए 'अधिनायक' और 'सिन्ध' जैसे शब्द
हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार में शिक्षा मंत्री अनिल वज ने राष्ट्रगान से "अधिनायक" और ''सिन्ध" जैसे शब्दों को हटाने का समर्थन किया है। समाचार एजेंसी एएनआई से अनिल विज ने कहा, "ठीक बात है, सिन्ध को हटाने की बात है। अधिनायक शब्द को भी हटाना चाहिए। अधिनायक का मतलब होता है तानाशाह। हिंदुस्तान में कोई तानाशाह नहीं है।" भारत का राष्ट्रगान "जन गण मन भारत भाग्य विधाता" है जिसकी रचना देश की आजादी से पहले बांग्ला के मशहूर कवि, कथाकार और कलाकार रवींद्र नाथ टैगोर ने किया था। स्वतंत्रता मिलने के बाद इसे स्वाधीन देश का राष्ट्रगान चुना गया।
#WATCH: Haryana Minister Anil Vij says 'Theek baat hai Sindh ko hataane ki baat hai. Adhinayak shabd ko bhi hatna chahiye. Adhinayak ka matlab hota hai taanaashah. Hindustan mein ab koi taanaashah nahi hai'. pic.twitter.com/z39oGbbv8O
— ANI (@ANI) March 17, 2018
रवींद्र नाथ टैगोर ने आजादी से पहले ब्रिटेन के किंग जॉर्ज पंचम के भारत आगमन पर "जन गण मन अधिनायक" की रचना की थी। कई आलोचक इसे औपनिवेशिक गुलामी से जुड़ागीत बताकर इसकी आलोचना करते हैं। राष्ट्रगान में विभाजन पूर्व भारत के उन इलाकों का भी जिक्र है जो 1947 में भारत विभाजन के बाद पाकिस्तान में चले गये।
सुनें भारत का राष्ट्रगान-
यहाँ राष्ट्रगान पूरा पढ़ें-
जनगणमन-अधिनायक जय हे भारतभाग्यविधाता!
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छलजलधितरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जयगाथा।
जनगणमंगलदायक जय हे भारतभाग्यविधाता!
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।