प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस वीर सावरकर एयरपोर्ट टर्मिनल का 18 जुलाई को किया उद्घाटन, 22 जुलाई की रात उसकी छत का हिस्सा उखड़कर हवा में लटका
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 24, 2023 01:54 PM2023-07-24T13:54:18+5:302023-07-24T13:59:18+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के लिए जिस वीर सावरकर हवाई अड्डे के टर्मिनल का जनता के लिए वर्चुअल लोकार्पण किया था। उस हवाई अड्डे का फॉल्स सीलिंग पैनल गिर गया है।
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के लिए जिस वीर सावरकर हवाई अड्डे के टर्मिनल का जनता के लिए वर्चुअल लोकार्पण किया था। उस हवाई अड्डे का फॉल्स सीलिंग पैनल गिर गया है। यह बेहद चौंकाने वाली और आश्चर्यजनक घटना मानी जा रही है क्योंकि महज चार दिनों के भीतर वीर सावरकर हवाई अड्डे के टर्मिनल में इस तरह की अप्रत्याशीत खराबी सामने आयी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बीते 18 जुलाई को दिल्ली से ही अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में वीर सावरकर हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का वर्चुअल उद्घाटन किया गया था, लेकिन अब सूचना मिल रही है कि बीते शनिवार रात में 22 जुलाई को भारी हवा के बहाव के कारण हवाई अड्डे के फॉल्स सीलिंग का एक हिस्सा गिर गया है।
जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट ऑथारटी के कर्मचारियों ने फॉल्स सीलिंग के उपर गये सीसीटीवी के तारों को ठीक करने के लिए फॉल्स सीलिंग को ढीला किया था कि उसी वक्त आये तेज हवा के झोंके ने सीलिंग का एर हिस्सा गिरा दिया। अंग्रेजी समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के मुताबिक हादसे के बाद एयरपोर्ट पर तैनात एक अधिकारी ने कहा कि यह कोई गंभीर नहीं थी बल्कि बेहद मामूली समस्या थी। जिसे समय रहते ठीक कर लिया गया है।
वहीं वीर सावरकर एयरपोर्ट की ओर से जारी अधिकारियों बयान में कहा गया है कि 22 जुलाई को भारी हवाओं के कारण लगभग 10 वर्ग मीटर की फॉल्स सीलिंग नीचे लटक गई थी और चूंकि सीसीटीवी के तारों को व्यवस्थित करने में यह छोटी सी अव्यवस्था सामने आयी थी। इसलिए इसे फौरन ही दूर कर लिया गया और फॉल्स सीलिंग को मजबूती के साथ कस दिया गया है।
इसके अलावा वीर सावरकर एयरपोर्ट के बयान में आगे यह भी कहा गया है कि टर्मिनल के अंदर की फॉल्स सीलिंग एकदम सही है और सभी सीलिंग को अच्छे से चेक कर लिया गया है। एयरपोर्ट के अंदर किसी भी सीलिंग इंस्टॉलेशन को कोई नुकसान नहीं हुआ है। इसलिए इसमें कोई घबराने की बात नहीं है।
खबरों के मुताबिक वीर सावरकर एयरपोर्ट पर बने नये टर्मिनल को भारी यात्री यातायात के दबाव से निपटने के लिए बनाया गया है। इस पर 707.73 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। एयरपोर्ट का नया टर्मिनल कुल 40,837 वर्ग मीटर में है और नया टर्मिनल पीक आवर्स के दौरान करीब 1,200 यात्रियों और हर साल 40 लाख यात्रियों को संभालने में सक्षम रखता है।