वाराणसी, 15 मई: वाराणसी में मंगलवार को निर्माणाधीन फ्लाईओवर का हिस्सा कैंट रेलवे स्टेशन के पास गिर गया है। इसके कारण वहां के मजदूरों के बीच अफरातफरी मच गई। इस दुर्घटना में 50 से ज्यादा मजदूरों के दबे होने की आशंका है, वहीं इसमें 15 से ज्यादा लोगों के मरने की खबर है। रिलीफ कमिश्नर संजय कुमार ने बताया कि 3 लोगों को मलबे से सही सलामत बचा लिया गया है। घटना की खबर मिलते ही अधिकारी और एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लाइओवर पिछले एक साल से बनाया जा रहा था। मलबे के नीचे एक सिटी बस और कई कारें दबी होने की भी खबर है।
इस घटना पर दुःख जताते हुए सीएम आदित्यनाथ ने ट्वीट किया है। उन्होंने जिला प्रशासन को तेजी से बचाव कार्य करते हुए लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मोर्य कुछ ही देर में वाराणसी पहुंचेंगे।
वाराणसी हादसे को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है। पीएम ने लिखा 'उन्होंने अधिकारियों से बात की है और उन्हें मदद के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। यूपी सरकार पूरी स्थिति पर करीब नजर रखे हुए है और मौके पर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है।'
यूपी सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि मामले की जांच के लिए कमिटी बनाई गई है। इसके साथ ही उन्होंने संवेदना जाहिर करते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपय की सहायता देने को कहा है, वही घायलों को 2 लाख देने को कहा है।
वहीं इसपर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर संवेदना जताते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा 'वाराणसी में पुल के हादसे में लोगों को बचाने के लिए मैं वहाँ के अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूँ कि वे बचाव दल के साथ पूरा सहयोग करें और सरकार से ये अपेक्षा करता हूँ कि वो केवल मुआवज़ा देकर अपनी ज़िम्मेदारी से नहीं भागेगी बल्कि पूरी ईमानदारी से जाँच करवायेगी।'