सावन के तीसरे सोमवार को देश भर के मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ी. वहीं उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी काशी विश्वनाथ मंदिर में सैंकड़ो श्रद्धालू बाबा भोले नाथ के दर्शन करने पहुंचे लेकिन इस दौरान यहां कोरोना गाइडलाइन और सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सड़कों पर भारी भीड़ी है तो वहीं न तो कोई मास्क पहने नजर आ रहा है न ही कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आ रहा है.
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा दी गई इस खबर पर लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी है. एक शख्स ने इस पर रिप्लाई करते हुए कहा, भाई कम से कम मास्क तो लगा लेते, जनता खुद ही जिम्मेदार है ,कोरोना के लिए और दोष सरकार को देती है. वहीं एक अन्य शख्स ने कहा, सोशल डिस्टेंसिंग कहां है, मास्क कहा है. अगर वाराणसी में इस तरह के हालात हैं तो हम अन्य स्थानों का अंदाजा नहीं लगा सकते हैं.
वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मंदिरों में भी भक्तों की भीड़ उमड़ी. सावन के तीसरे सोमवार को भारी संख्या में श्रद्धालू मंदिर पहुंचे. हांलाकि इस दौरान यहां लोग मास्क पहने नजर आए लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के नियम जमकर टूटे. एक शख्स ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यहां करोनो नहीं है क्या.
बता दें कि मान्यताओं के अनुसार हिन्दू धर्म में श्रावण मास यानी सावन का महीना विशेष महत्व रखता है. 09 अगस्त 2021 को सावन का तीसरा सोमवार है. पौराणिक कथाओं के मुताबिक, ऐसी मान्यता है कि सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार 25 जुलाई 2021 को शुरू हुए सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई 2021 को था. सावन के महीने का समापन 22 अगस्त 2021 को होगा. इस दिन रक्षाबंधन और श्रावण पूर्णिमा का पर्व भी है.