उत्तराखंड में पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने धमाकेदार जीत दर्ज की थी। त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यंमंत्री बनाए गए। उन्होंने 18 मार्च 2017 को कार्यभार ग्रहण किया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद सीएम रावत ने मेहमानों के जलपान पर पिछले 11 महीने में करीब 68 लाख रुपये खर्च दिए हैं। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी में इसका खुलासा हुआ है। हल्द्वानी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गौनियों ने जानकारी मांगी थी कि 18 मार्च को शपथ ग्रहण के बाद अतिथियों के स्वागत पर कितने रुपये खर्च किए गए?
इसके जवाब में लोक सूचना अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी में कहा गया, 'मुख्यमंत्री द्वारा 18 मार्च 2017 को सीएम पद की शपथ ग्रहण किया गया। इस तारीख के बाद से अतिथियों के चाय-पानी में कुल 68,59,865 रुपये का सरकारी धन खर्च हुआ है।'
त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री हैं। रावत मंत्रिमंडल में 9 मंत्री हैं। पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 70 में से 57 सीटों पर धमाकेदार जीत दर्ज की थी।
आपको बता दें कि राजनेताओं के महंगे जलपान का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई खबरें सामने आ चुकी हैं।
दिल्ली सीएम के जलपान का खर्च भी लाखों में
4 सितंबर 2016 की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के जलपान का खर्च भी लाखों में था। आरटीआई के जरिए हुए खुलासे में फरवरी 2015 से अगस्त 2016 के बीच सीएम ऑफिस में जलपान पर 47.29 लाख रुपये खर्च किए गए थे।
अखिलेश सरकार के मंत्रियों ने जलपान पर खर्च किए 9 करोड़
उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार ने विधानसभा में बताया था कि चार सालों में उनके मंत्रियों ने करीब 9 करोड़ रुपये जलपान पर खर्च किए हैं। सिर्फ शिवपाल यादव ही एकमात्र ऐसे मंत्री थे जिन्होंने चाय-नाश्ते के नाम पर कुछ खर्च नहीं किया।