लाइव न्यूज़ :

योगी सरकार के विज्ञापन में कोलकाता के फ्लाईओवर की तस्वीर! टीएमसी ने ली चुटकी, जानें पूरा विवाद

By विनीत कुमार | Updated: September 12, 2021 15:29 IST

उत्तर प्रदेश सरकार के एक अखबार में छपे विज्ञापन पर विवाद मच गया। टीएमसी ने आरोप लगाया कि इसमें इस्तेमाल की गई तस्वीरों में कोलकाता के एक फ्लाईओवर की भी तस्वीर है।

Open in App
ठळक मुद्देयूपी सरकार की ओर से अखबार में दिए गए एक पन्ने के विज्ञापन पर विवाद।टीएमसी ने आरोप लगाया कि विज्ञापन में एक तस्वीर कोलकाता के एक फ्लाईओवर की है।अभिषेक बनर्जी ने कहा- ऐसा लगता है 'डबल इंजन मॉडल' यूपी में बुरी तरह से विफल हो गया है।

विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि को चमकाने के लिए अखबार के एक पूरे पन्ने पर दिए गए विज्ञापन पर सवाल उठ गए हैं। ये विज्ञापन उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दिया गया है।

इस विज्ञापन को लेकर टीएमसी ने आरोप लगाए हैं कि इसमें इस्तेमाल की गई तस्वीर पश्चिम बंगाल की है। विवाद एक फ्लाईओवर की तस्वीर को लेकर है।

विज्ञापन में तस्वीरों का एक कोलाज बना है। टीएमसी ने कहा है कि इस कोलाज के एक हिस्से में कोलकाता की तस्वीर डाली गई है। ये एक फ्लाईओवर की तस्वीर है जिस पर नीला-सफेद पेंट और उस पर पीली टैक्सियां नजर आ रही हैं। 

कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने भी फ्लाईओवर को ममता बनर्जी की सरकार द्वारा कोलकाता में बनाया गया फ्लाईओवर बताया है। हाल में बंगाल में भाजपा को टीएमसी से हार मिली थी और अब तस्वीर चुराने जैसे आरोप भाजपा की फजीहत करा सकते हैं।

अभिषेक बनर्जी ने साधा भाजपा पर निशाना

तृणमूल के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने योगी सरकार के विज्ञापन को शेयर करते हुए तीखी टिप्पणी की।

अभिषेक बनर्जी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'योगी आदित्यनाथ के लिए यूपी को बदलने का मतलब है ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल में बनाई गई बुनियादी ढांचे की तस्वीरों को चुराना और उन्हें अपने लिए इस्तेमाल करना! ऐसा लगता है कि 'डबल इंजन मॉडल' भाजपा के सबसे मजबूत राज्य में बुरी तरह से विफल हो गया है।'

टीएमसी नेता साकेत गोखले ने लिखा, 'सबसे नीचे बाईं ओर की फोटो कोलकाता की है - मां फ्लाईओवर की। आप इसे जूम करें और आप फ्लाईओवर पर कोलकाता की पीली एंबेसडर टैक्सी भी देख सकते हैं। "ट्रांसफॉर्मिंग यूपी" का अर्थ है भारत भर में अखबारों के विज्ञापनों पर लाखों खर्च करना और कोलकाता के विकास की तस्वीरें चुराना?' 

बंगाल में सत्ताधारी पार्टी की शानदार जीत के बाद बीजेपी से तृणमूल में वापसी करने वाले वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने इस विज्ञापान के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा।

वहीं पूरे विवाद के बाद यूपी राज्य के सूचना विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नवनीत सहगल ने अखबार की ओर से छापे गए माफीनामे को रिट्वीट किया। इस ट्वीट में कहा गया है कि अखबार के मार्केटिंग विभाग की ओर से गलत तस्वीर लगा दी गई थी, इसे हटा लिया गया है।

उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें भाजपा की नजर लगातार दूसरी बार सत्ता पर वापसी करने की है।

टॅग्स :उत्तर प्रदेशयोगी आदित्यनाथटीएमसीपश्चिम बंगालममता बनर्जी
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘भाजपा ‘सर-सर’ बोल कर जितना भी चीखे ,पश्चिम बंगाल में ‘मैडम’ के सामने कुछ नहीं?, टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय ने एसआईआर को लेकर कसा तंज, वीडियो

कारोबारगजब खेला है?, यूपी में 3.62 करोड़ के पास राशन कार्ड, 15 करोड़ लोग पा रहे फ्री राशन?, 500000 नाम कटेंगे, कार-मोटरसाइकिल मालिक ले रहे फ्री राशन?

भारतविश्व धरोहर दीपावली?, यूनेस्को में गूंजे ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’, पीएम मोदी और सीएम योगी ने क्या कहा?, देखिए तस्वीरें और वीडियो

कारोबारयूपी के सिर्फ 25 जिलों में कृषि विकास अधिकारी तैनात?, सपा सांसद प्रिया सरोज ने संसद में पूछे सवाल

क्राइम अलर्टBallia crime news: शादी का झांसा देकर 2 साल से बार-बार बनाए शारीरिक संबंध, दिनेश पासवान ने प्रेमिका से कहा- मुझे शादी नहीं करनी

भारत अधिक खबरें

भारतगोवा अग्निकांड: गौरव और सौरभ लूथरा का पासपोर्ट रद्द करने पर विचार कर रहा विदेश मंत्रालय, गोवा सरकार ने पत्र दिया?

भारतपीएम मोदी से मिले राहुल गांधी?, मुख्य सूचना आयुक्त और 8 सूचना आयुक्तों के चयन पर बैठक, कांग्रेस सांसद ने असहमति पत्र दिया

भारतइजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को किया फोन?, गाजा शांति योजना पर बातचीत

भारतमुख्यमंत्री माजी लाडकी बहीण योजनाः 8000 सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिला?, अदिति तटकरे ने कहा- 12,000 से 14,000 महिलाओं ने पति खातों का किया इस्तेमाल

भारतक्या अधिकारी उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ को प्राथमिकी में नामजद न करके बचाने की कोशिश कर रहे हैं?, मुंबई उच्च न्यायालय ने पुणे विवादास्पद भूमि सौदे पर पूछे सवाल?