उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ऐसी शादी की कहानी सामने आई है, जिसकी तारीफ हर कोई कर रहा है। ऐसे समय में जब शादियों में वर पक्ष के नाराज होने, दहेज के कारण शादी नहीं होने जैसे मामले आए दिन आते रहते हैं, तब यूपी के प्रतापगढ़ में एक दूल्हे ने अनोखी मिसाल पेश की। ये कहानी आपको 'विवाह' फिल्म की याद भी दिला देगी।
दरअसल, शादी वाले दिन फेरों से कुछ घंटे पहले दुल्हन एक हादसे का शिकार हो गई। मिली जानकारी के अनुसार वो अपने ही घर की छत से गिर गई। इससे उसकी रीढ़ की हड्डी और पैर में फ्रैक्चर आ गया और लड़की को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
इसके बावजूद वर पक्ष ने शादी को टालने की बजाय अस्पताल में ही सारी रस्में पूरी करने का फैसला किया। दूल्हे ने न केवल दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा बल्कि अस्पताल में रहकर उसकी सेवा भी कर रहा है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार अस्पताल के डॉक्टर सचिन सिंह ने बताया कि शादी की तय तारीख और दूल्हे की इच्छा को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने शादी की अनुमति दी। उन्होंने बताया, 'लड़की छर से गिर गई थी। इसकी वजह से उसकी रीढ़ में हल्की चोट आई है। उसके पैर अभी इधर-उधर नहीं मुड़ सकते हैं। चूकी उसकी शादी होनी थी, हमने तमाम रस्मों को पूरा करने की इजाजत दी। हमने उसे सलाह दी कि पैरों को नहीं मोड़ा जाए।'
8 दिसंबर को होनी थी शादी, तभी छा गया मातम
डॉक्टर ने कहा, 'ये वाकई देखना सुंदर अहसास है कि जब दुल्हन बेड पर पड़ी है, इसके बावजूद ये जोड़ा शादी करने के लिए तैयार है।'
प्रयागराज जिले के प्रतापगढ़ की आरती मौर्य की शादी पास के ही गांव के अवधेश से तय हुई थी। दोनों की शादी 8 दिसंबर को होनी थी। खुशियां मनाई जा रही थीं। एक और अवधेश बारात निकालने की तैयारी कर रहे थे। वहीं, दूसरी ओर आरती के अस्पताल पहुंचने की खबर आई। खुशियों पर अचानक मातम छा गया।
आरती के घरवाले इसके बाद परेशान हो गए। उन्हें लगा कि आरती की शादी अब कभी नहीं होगी। शादी की सारी तैयारियों के बीच आरती के घरवालों ने अवधेश के घरवालों के सामने आखिरकार एक दूसरा प्रस्ताव रखा। यह प्रस्ताव था अवधेश अब आरती की छोटी बहन से शादी कर ले।
स्ट्रेचर पर लिए सात फेरे
अवधेश ने हालांकि आरती से ही शादी की बात कही। इसके बाद स्ट्रेचर पर लेटे-लेटे आरती ने अवधेश के साथ सात फेरे लिए। शादी के बाद अवधेश ने कहा, 'जो भी हुआ जो नियती थी। मैं उसके साथ होना चाहता था और मुश्किल के समय में उसका साथ देना चाहता था।'
वहीं, आरती ने कहा वो भी इस घटना के बाद उदास थी लेकिन जिस तरह बाद में उनके पति ने उनका साथ दिया, इसे देखकर मैं बहुत खुश हूं।