Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में शारदीय नवरात्र से पहले शनिवार को योगी सरकार ने मिशन शक्ति के चौथे चरण का आगाज किया। इसके तहत यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास से नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को समर्पित मिशन शक्ति के चौथे चरण के तहत निकाली जाने वाली महिला सशक्तिकरण रैली को रवाना किया।
इस रैली के जरिये केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही महिलाओं और बेटियों के कल्याण की तमाम योजनाओं से महिलाओं को रूबरू कराया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि उनकी सरकार ने तमाम योजनाओं में महिलाओं को ज़िम्मेदारी और रोजगार देकर महिलाओं के प्रति लोगों की अवधारणा बदली है।
तो इस लिए शुरू किया गया चौथा चरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन वर्ष पूर्व शुरू किए गए मिशन शक्ति का विस्तार से जिक्र किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 में महिला संबंधी अपराधों को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के तहत इसे शुरू किया गया था। तीन मुद्दों को लेकर शुरू हुआ यह कार्यक्रम अब मिशन शक्ति के नाम से जाना जाता है।
इस कार्यक्रम के जरिए ही यूपी अब देश में महिला संबंधी अपराध को नियंत्रित करने तथा बड़े-बड़े अपराधियों को सजा दिलाने वाले राज्यों में अग्रणी राज्य बन गया है। मिशन शक्ति का ही परिणाम है कि भारत सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए चलाए जाने वाले अभियान का नाम मिशन शक्ति रखा है। यह दावा करते हुए सीएम योगी के मिशन शक्ति के चौथे चरण के उद्देश्य का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न तरह के कार्यक्रम चलाती है, लेकिन जिनके लिए कार्यक्रम चलाया जा रहा है उन्हे इसकी जानकारी ही नहीं हो पाती।
इसकी वजह से वह इसका लाभ नहीं उठा पाते। ऐसे में प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए मिशन शक्ति की जागरूकता रैली का शुभारंभ किया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश के हर जनपद में स्कूल, कॉलेज में प्रभात रैलियां निकाली जाएंगी। इसके अलावा उन जनपदों में महिला सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन को लेकर अच्छा काम करने वालों को सम्मानित किया जाएगा।