लखनऊ, 25 मई: उत्तर प्रदेश के मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को अब एनसीआरटी पाठ्यक्रम के तहत शिक्षा मिलेगी। मदरसे के छात्र उर्दू के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेजी माध्यम से भी पढ़ाई कर सकेंगे। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में मदरसा शिक्षा में बदलाव का फैसला मंजूर हुआ।
उन्होंने बताया कि मदरसों में दीनी तालीम के अलावा गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, कंप्यूटर व सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों की पढ़ाई नहीं होती है। सरकार ने मदरसों के बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए दीनी-तालीम के साथ-साथ विषयवार व कक्षावार एनसीईआरटी की किताबें पाठ्यक्रम में शामिल करने और उर्दू के साथ हिंदी व अंग्रेजी माध्यम में भी पढ़ाई का प्रस्ताव किया है।
प्रवक्ता ने बताया कि राज्य कैबिनेट ने यूपी अशासकीय अरबी-फारसी मदरसा मान्यता प्रशासन एवं सेवा नियमावली के भाग-एक प्रस्तर-0 (ज) में उक्त प्रावधान जोड़ने की मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा कि इससे मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों की शिक्षा का स्तर सुधरेगा और वे मुख्यधारा में आ सकेंगे।