गौतमबुद्ध नगर, 13 सितंबरः सादे कपड़ों में डीजीपी को ना पहचान पाना दो पुलिसकर्मियों के लिए महंगा पड़ गया। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और संबंधित थाना प्रभारी को एसएसपी को रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख बुधवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो से मीटिंग करने दिल्ली आए हुए थे। सादे कपड़े में अपने आधिकारिक वाहन पर सवार होकर वो नोएडा से गुजर रहे थे तभी उन्होंने आम्रपाली चौकी के निकट दो पुलिसकर्मियों को बिना टोपी पहने देखा।
ओपी सिंह ने अपने ड्राइवर को गाड़ी रोकने के लिए कहा और दोनों पुलिसकर्मियों को चौकी पर बुलाया। सब-इंस्पेक्टर हरिभान सिंह और कांस्टेबल योगेश कुमार डीजीपी को पहचान नहीं पाए और इसी लिए सैल्यूट भी नहीं किया। इतना ही नहीं उन्होंने एस्कॉर्ट में लोगों से डीजीपी की पहचान पूछ ली। इसके बाद डीसीपी को गुस्सा आ गया और उन्होंने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक दोनों पुलिस कर्मी सेक्टर 39 पुलिस थाने पर तैनात थे। इस मसले पर डीजीपी ओपी सिंह का कहना है, 'सवाल ये नहीं है कि वे मुझे पहचान नहीं पाए। उत्तर प्रदेश में कार्यरत 3।5 लाख पुलिसकर्मियों में मैं भी एक हूं और यह मेरा परिवार है। मुद्दा यह है कि सभी रैंकों के पुलिस अधिकारियों को अपने सीनियर्स का सम्मान करना चाहिए। डीजीपी ने कहा कि उन्हें अपनी सर्विस पर गर्व करना चाहिए। एक सीनियर अधिकारी की गाड़ी को आसानी से पहचाना जा सकता है। इसमें एक, दो और तीन स्टार लगे होते हैं।'