लखनऊ: अयोध्या में भगवान राम का भव्य राममंदिर बनने के बाद से अयोध्या में देश और विदेश से श्रद्धालुओं का संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं। जिसके चलते अयोध्या में बड़े होटल और रेस्टोरेट खोलने के लिए बड़े निवेशक आगे आए हैं। यह सब देखते हुए सीएम योगी ने अयोध्या और कुंभ नगरी प्रयागराज में अतिविशिष्ट राज्य अतिथि गृह (वीआईपी स्टेट गेस्ट हाउस) खोलने का फैसला किया है।
शुक्रवार को उच्चाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों अतिथि गृहों के निर्माण स्थल, ले-आउट, सुविधाओं और साज-सज्जा आदि के संबंध में प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। इस तरह के अतिविशिष्ट राज्य अतिथि गृह मुंबई, कोलकाता, दिल्ली और उत्तराखंड में यूपी सरकार ने बनवाए हैं. जिनमे प्रदेश के अतिविशिष्ट जन इन राज्यों में जाने पर रुकते हैं।
अयोध्या और प्रयागराज में यहां बनेगा गेस्ट हाउस :
शुक्रवार को राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों के साथ हुई मुख्यमंत्री की इस बैठक में अयोध्या और प्रयागराज में अतिविशिष्ट राज्य अतिथि गृह खोलने को लेकर अंतिम फैसला ले लिया गया। इसकी स्थापना में कितनी धनराशि खर्च होगी? इसका आकलन अभी नहीं किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर स्थापना के बाद अयोध्या में देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, सहित देश-दुनिया से अनेक विशिष्ट-अति विशिष्ट अतिथियों का आगमन हो रहा है। इनके प्रवास के लिए सुरक्षा एवं सुविधा के उत्कृष्ट मानकों से युक्त कोई सरकारी आवास अभी अयोध्या में नहीं हैं। वहां बना सर्किट हाउस पुराना है और वह सुरक्षा के दृष्टिकोण से राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के लिए ठीक नहीं है।
इस कारण से सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या और प्रयागराज में एक-एक वीआईपी गेस्ट हाउस के निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। सीएम योगी का कहना है कि इन दोनों जिलों में गणमान्य जनों के बेहतर आतिथ्य के लिए एक सर्वसुविधायुक्त अतिथि गृह बनाया जाना आवश्यक है। सीएम के इस निर्देश के बाद इसके लिए प्रक्रिया यथाशीघ्र प्रारंभ की गई। बताया जा रहा शुक्रवार को इस संबंध में हुई बैठक में सीएम योगी ने अयोध्या में सरयू नदी के किनारे पर्यटन विभाग की भूमि पर अतिथि गृह बनाने का सुझाव दिया है। सरयू के किनारे पर्यटन विभाग की करीब साढ़े तीन एकड़ की भूमि है, जिस अतिथि गृह बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि इस अतिथि गृह के भवन की वास्तुकला में वैष्णव परंपरा की झलक होनी चाहिए और भवन की ऊंचाई तय करते समय इसका ध्यान रखें कि किसी भी दशा में यह श्रीराम जन्मभूमि मंदिर से ऊंचा न हो। इसी प्रकार कुंभ नगरी प्रयागराज में महर्षि दयानंद मार्ग पर लगभग 10,300 वर्ग मीटर एरिया में अतिथि गृह बनाने पर सहमति हुई है। इस गेस्ट हाउस में कॉन्फ्रेंस हॉल, डायनिंग हॉल, कैंटीन आदि की उपलब्धता होगी।
इन दोनों गेस्ट हाउस में अति विशिष्ट अतिथियों को आगमन को ध्यान में रखते हुए पार्किंग की समुचित व्यवस्था करने के साथ अतिथि गृहों में ओडीओपी ब्लॉक भी बनाए जाएंगे, ताकि आगंतुक गण प्रदेश की विविधतापूर्ण शिल्पकला से परिचय कर सकें।