उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को सोनभद्र जिले का दौरा कर हत्याकांड के पीडित परिवार वालों से मिलेंगे। यह जानकारी उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने दी।
अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सोनभद्र की घोरावल तहसील स्थित उम्भा—सपही गांव पहुंचकर सुबह 11.45 बजे मृतकों के परिजनों से भेंट करेंगे। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद वह घायलों से मिलकर उनका हालचाल जानेंगे और दोपहर में जिला कलेक्ट्रेट में वह प्रेस को संबोधित करेंगे।
गौरतलब है कि ग्राम प्रधान यज्ञदत्त के समर्थकों और गोंड आदिवासियों के बीच घोरावल तहसील में भूमि विवाद को लेकर बुधवार को हुए संघर्ष में दस लोगों की हत्या कर दी गयी थी जबकि 28 अन्य जख्मी हो गये थे।
इस बीच, प्रियंका गांधी वाड्रा और मिर्जापुर जिला प्रशासन के बीच चल रहा गतिरोध शनिवार दोपहर कांग्रेस महासचिव के सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मुलाकात के साथ ही समाप्त हो गया। प्रियंका को शुक्रवार को तब हिरासत में ले लिया गया था, जब वह हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए सोनभद्र जाने को लेकर अड़ गई थीं। सोनभद्र हत्यांकाड में 10 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
शनिवार को मिर्जापुर गेस्टहाउस में हत्याकांड के पीड़ित परिवारों के कुछ लोगों से मिलने के बाद कांग्रेस महासचिव दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। प्रियंका ने बीती रात गेस्टहाउस में ही गुजारी थी और निजी मुचलका भरने की स्थानीय प्रशासन की पेशकश को मानने तथा वहां से जाने से इनकार कर दिया था।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ''जिन्होंने मुझे गिरफ्तार किया, अपनी गाड़ी में बिठाकर चुनार के किले में लाये, जिन्होंने मुझे इस दरवाजे से उस दरवाजे तक रोका ... वो आज कह रहे हैं कि मैं गिरफ्तार नहीं हूं, मैं स्वतंत्र हूं, मैं जा सकती हूं, उन्हें मैं कहना चाहती हूं कि मेरा मकसद पूरा हुआ, मैं परिवार के सदस्यों से मिली। आज मैं जा रही हूं लेकिन मैं वापस आऊंगी।''
पीड़ित ग्रामीणों से मिलने के बाद प्रियंका वाराणसी पहुंचीं। वहां उन्होंने काशी विश्वनाथ और काल भैरव मंदिरों के दर्शन किए। कांग्रेस में प्रियंका के लिए एकजुटता के प्रदर्शन के बीच गतिरोध समाप्त हो गया। कांग्रेस नेताओं ने पार्टी की पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी की हिरासत को ‘‘अवैध गिरफ्तारी’’ करार दिया और कई जगहों पर प्रदर्शन किए।
पार्टी नेता राजीव शुक्ला, आरपीएन सिंह और जतिन प्रसाद वाराणसी हवाईअड्डे पर उतरे, लेकिन उन्हें सोनभद्र या चुनार जाने से रोक दिया गया। इससे पहले लखनऊ में, कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक से मुलाकात कर उनसे आग्रह किया कि वह सोनभद्र के पीड़ित परिवारों से प्रियंका को मिलने देने के लिए राज्य सरकार को निर्देश दें।
दिल्ली से पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के तीन सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल को भी वाराणसी हवाईअड्डे पर हिरासत में ले लिया गया। प्रियंका की हिरासत के मुद्दे पर प्रशासन ने कहा कि उन्हें ‘‘एहतियातन हिरासत’’ में लिया गया था क्योंकि सोनभद्र में निषेधाज्ञा लागू थी।