उत्तर प्रदेश: दगाबाजों की तलाश में जुटे आशीष और अनुप्रिया, भीतरघाती नेताओं पर लेंगे एक्शन
By राजेंद्र कुमार | Updated: June 24, 2024 19:25 IST2024-06-24T19:25:22+5:302024-06-24T19:25:50+5:30
भाजपा और उसके तीन सहयोगी दल अपना दल (एस), निषाद पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) सभी का मानना है कि चुनाव में पार्टी की हार की वजह पार्टी के दगाबाज हैं।

उत्तर प्रदेश: दगाबाजों की तलाश में जुटे आशीष और अनुप्रिया, भीतरघाती नेताओं पर लेंगे एक्शन
लखनऊ: लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके तीन सहयोगी दलों की उत्तर प्रदेश में हुई करारी शिकस्त से इन सब में हंगामा मचा हुआ है। भाजपा और उसके तीन सहयोगी दल अपना दल (एस), निषाद पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) सभी का मानना है कि चुनाव में पार्टी की हार की वजह पार्टी के दगाबाज हैं। अब इन्ही दगाबाजों (भीतरघातियों ) की तलाश में भाजपा नेता की टास्क फोर्स हारी हुई सीटों के उम्मीदवारों तथा पार्टी के पदाधिकारियों के पास जाकर हार के कारणों की रिपोर्ट तैयार कर रही हैं।
वहीं दूसरी तरफ सुभासपा के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने पार्टी की सभी इकाइयों को भंग कर दिया है। अपना दल (एस) की मुखिया अनुप्रिया पटेल जो केंद्र सरकार में मंत्री हैं ने भी लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के कारण यूपी में पार्टी की सभी कार्यकारिणी भंग कर दी हैं। अब पार्टी के भीतरघातियों की तलाश कर अनुप्रिया नए सिरे से कार्यकारिणी का गठन करेंगी। बताया जा रहा है कि पार्टी के भीतरघातियों की तलाश अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल कर रहे हैं। आशीष पटेल योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
आशीष कर रहे भीतरघातियों की तलाश :
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में अपना दल(एस) दो लोकसभा सीट मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज पर चुनाव लड़ी थी। मिर्जापुर सीट पर पार्टी की मुखिया अनुप्रिया पटेल चुनाव लड़ी थी। जबकि राबर्ट्सगंज सीट रिंकी कोल ने चुनाव लड़ा था। मिर्जापुर सीट से अनुप्रिया पटेल चुनाव तो जीत गईं लेकिन अंतर काफी कम हो गया। वहीं राबर्ट्सगंज सीट से रिंकी कोल चुनाव हार गई।
रॉबर्ट्सगंज में मिली हार और मिर्जापुर सीट पर अनुप्रिया पटेल की जीत का अंतर कम होने कारण पार्टी के भीतरघातियों को माना गया. इसी के बाद पार्टी ने राबर्ट्सगंज सीट से पार्टी के पूर्व सांसद पकौड़ी लाल कोल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पकौड़ी लाला कोल ने अपनी ही विधायक बहू रिंकी कोल को राबर्ट्सगंज सीट से टिकट देने का विरोध किया था। वह चाहते थे कि उनके छोटे बेटे को राबर्ट्सगंज सीट से टिकट दिया जाए।
अनुप्रिया पटेल ने उनकी मांग को ठुकरा दिया। इससे नाराज होकर पकौड़ी लाल ने सवर्णों के खिलाफ विवादित बयान दिए। पकौड़ी लाल पर यह भी आरोप लगा है कि अपनी बहू रिंकी पटेल के लिए चुनाव प्रचार भी नहीं किया। इसी वजह से रिंकी कोल चुनाव हार गईं। वहीं मिर्जापुर सीट पर अनुप्रिया पटेल के जीत के अंतर को कम होने की वजह पार्टी के भीतरघातियों को मानते हुए उनकी तलाश शुरू हुई।
पार्टी नेताओं का कहना है, चुनाव के दौरान इस बार पार्टी नेताओं ने चुनाव प्रचार में वह तेजी नहीं दिखाई जो बीते चुनावों के दौरान दिखाई थी। यहीं नहीं बूथ स्तर पर जिन पार्टी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई थी, तमाम स्थानों पर वहां कार्यकर्ताओं नदारद रहे थे। ऐसी रिपोर्ट मिलने पर अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल अब खुद ही मिर्जापुर में पार्टी के भीतरघातियों का पता लगाने में जुटे हैं।
कहा जा रहा है कि पार्टी के भीतरघातियों का पता लगते ही उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। इसके अलावा पकौड़ी लाल को दिए गए नोटिस का जवाब मिलते ही आगे की कार्रवाई होगी। पार्टी नेताओं के अनुसार, भीतरघातियों के खिलाफ जल्दी ही एक्शन लिया जाएगा, इस मामले में भीतरघातियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी पूरी है। यह कार्य पूरा होते ही पार्टी की मुखिया संगठन का नए सिरे से पुनर्गठन करेगी।