केजीएमयू विवाद: ऑक्सीजन की कमी के चलते बच्चे की मौत, मां का आरोप- एक सिलिंडर से जोड़ी 4 बच्चों की नली
By पल्लवी कुमारी | Published: June 10, 2018 02:34 AM2018-06-10T02:34:17+5:302018-06-10T11:59:41+5:30
केजीएमयू में कर्मचारियों और एमबीबीएस छात्रों के बीच विवाद की वजह से वहां इलाज एकदम ठप सा पड़ गया है। गुरुवार को भी यहां सुबह साढ़े नौ बजे से शाम 6 बजे के बीच इलाज न मिलने से दो बच्चों की मौत हो गई थी।
लखनऊ, 10 जून: उत्तर प्रदेश के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ( KGMU) बच्चों के लिए मौत का घर बन गया है। किंग जॉर्ज मडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल छात्राओं और कर्मचारियों लगातार विरोध कर रहे हैं। शनिवार 9 जून को ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टर्स की लापरवाही के चलते तीन महीने के एक मासूम बच्चे की जान चली गई है। खबरों के मुताबिक यहां 4 बच्चों की मौत हो चुकी है।
डॉक्टर्स ने बच्चे की हालत में सुधार हो रहा है ये कहकर वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया था। वार्ड में शिफ्ट होने के बाद बच्चे की हालत काफी बिगड़ गई और वह बच नहीं पाया। वहीं KGMU के अधिकारियों का कहना है कि बच्चे की मौत निमोनिया के कारण हुई है।
Family alleges that three out of their 4 infants died allegedly due to hospital's negligence in Lucknow's King George’s Medical University. They allege, that their children died because all 4 infants were allegedly put on one oxygen cylinder by the ward boy on a single stretcher. pic.twitter.com/5QCguDEcZA
— ANI UP (@ANINewsUP) June 9, 2018
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक रायबरेली के मोहम्मद रसीद ने अपने बेटे सैफ को शुक्रवार 8 जून को ट्रॉमा सेंटर के पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट में भर्ती कराया था। शनिवार की दोपहर बच्चों को ऐंबुलेंस से वॉर्ड में शिफ्ट किया जा रहा था और इसी दौरान सैफ की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उसे फिर ट्रॉमा लाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।
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वहीं, मृतक की मां ने आरोप लगाया है कि बच्चे की मौत डॉक्टर्स के लापरवाही री वजह से हुई है। सैफ की मां के मुताबिक, उसके बच्चे के साथ तीन और बच्चे भी वार्ड में शिफ्ट किए जा रहे थे। शिफ्ट करते वक्त मना करने पर वॉर्ड बॉय ने उनको झिड़क दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वॉर्ड बॉय ने सिंगल स्ट्रेचर पर एक ही आॅक्सिजन सिलिंडर से चारों बच्चों की नली जोड़ दी। जिसकी वजह से ऑक्सीजन सप्लाई ठीक से नहीं हुआ और तीनों बच्चों की मौत हो गई।
बता दें कि केजीएमयू में कर्मचारियों और एमबीबीएस छात्रों के बीच विवाद की वजह से वहां इलाज एकदम ठप सा पड़ गया है। गुरुवार को भी यहां सुबह साढ़े नौ बजे से शाम 6 बजे के बीच इलाज न मिलने से अयोध्या से आई लविता (13 माह) और कुशीनगर के जैनुलआबदीन (16) की मौत हो गई थी।
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