म्यूनिख कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कश्मीर को लेकर संविधान की सेक्शन 370 समाप्त करने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया। इस दौरान मंच पर भारत के विदेश मंत्री व तेजतर्रार पूर्व आइएएस अधिकारी एस. जयशंकर मौजूद थे। जयशंकर ने कुछ ऐसा जवाब दिया कि अमेरिकी सीनेटर चुप हो गए।
क्या है मामलादरअसल, सेक्शन 370 से जुड़े फैसले लिए जाने के बाद वैश्विक मंचों पर कई बार कश्मीर से जुड़ा मसला उठाया गया है। लेकिन, इसबार यह मसला म्यूनिख सिक्यॉरिटी कॉन्फ्रेंस में उठाया गया, जहां विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी हाजिरजवाबी से सवाल पूछने वाले का मुंह बंद कर दिया।
पैनल चर्चा के दौरान कश्मीर मसले का उल्लेख करते हुए अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा कि लोकतंत्र को ठीक से चलाने का यह तरीका होगा कि कश्मीर समस्या का समाधान लोकतांत्रिक तरीके से किया जाए।
अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने ये कहा
रिपब्लिकन नेता लिंडसे ग्राहम ने आगे कहा, 'भारत आगे बढ़ रहा है, आपके पास वैसी ही समस्याएं हैं जैसी कि हमारे देश में , आपने लोकतांत्रिक तरीका अपनाया। लेकिन कश्मीर का जब मसला आता है, मुझे नहीं पता यह कैसे खत्म होगा, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि दो लोकतांत्रिक देश इसे अलग तरीके से समाप्त करेंगे।
अगर आपने यह अवधारणा साबित कर दिया, मुझे लगता है कि यह लोकतंत्र को चलाने का सही तरीका होगा।' इस बिन मांगी सलाह पर विदेश मंत्री जयशंकर ने बिना समय गंवाए जवाब दिया, 'चिंता न करें, सीनेटर। एक लोकतंत्र ऐसा करेगा, और आपको पता है कि वह कौन है।
सीनेटर को जयशंकर ने ये कहा
राष्ट्रवाद के सवाल पर जयशंकर ने कहा, “इस पर कोई सवाल ही नहीं उठता है कि दुनिया में राष्ट्रवाद का बोलबाला है। अमेरिका, चीन समेत दुनिया के कई देशों का इस पर जोर है। जाहिर है कि बड़े स्तर पर राष्ट्रवाद को स्वीकृति मिली है।” म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 14 से 16 फरवरी तक चल रहा है।