Civil Services final Result: श्रीगंगानगर के रवि कुमार सिहाग ने किया कमाल, हिंदी माध्यम में किया टॉप, 18वीं रैंक हासिल, जानें कौन हैं...
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 30, 2022 07:56 PM2022-05-30T19:56:20+5:302022-05-30T20:05:10+5:30
Civil Services final Result: रवि कुमार सिहाग पहली बार 2018 में सिविल सेवा परीक्षा के लिए उपस्थित हुए। AIR 337 मिला और भारतीय रेलवे यातायात सेवा के लिए चुना गया। 2019 में फिर से परीक्षा में बैठने का फैसला किया। AIR 317 प्राप्त करने में सफल रहे और 2019 में हिंदी माध्यम में दूसरे स्थान पर रहे।
Civil Services final Result: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के परिणाम घोषित किये। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले 26 वर्षीय रवि कुमार सिहाग ने धमाल करते हुए हिंदी माध्यम से टॉप किया। रवि ने 18वीं रैंक हासिल की है।
एक या दो बार नहीं, बल्कि रवि कुमार सिहाग ने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा (मुख्य) तीन बार पास की है। लेकिन इस बार रवि कुमार सिहाग ने कमाल कर दिया। यूपीएससी 2021 के अंतिम परिणाम में अखिल भारतीय रैंक (AIR) 18 हासिल कर हिंदी माध्यम में टॉपर बनकर उभरा है।
सिहाग पहली बार 2018 में सिविल सेवा परीक्षा के लिए उपस्थित हुए। AIR 337 मिला और उन्हें भारतीय रेलवे यातायात सेवा के लिए चुना गया। लेकिन उन्होंने 2019 में फिर से परीक्षा में बैठने का फैसला किया। वह AIR 317 प्राप्त करने में सफल रहे और उस वर्ष हिंदी माध्यम में दूसरे स्थान पर रहे।
आखिरकार भारतीय रक्षा खाता सेवाओं के लिए चुना गया और वह पुणे, महाराष्ट्र में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में अपना प्रशिक्षण पूरा कर रहे हैं। सिहाग द्वारा लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के लिए हिंदी को माध्यम के रूप में चुनने का मुख्य कारण उनकी हिंदी-माध्यम पृष्ठभूमि है।
रवि कुमार सिहाग ने कहा कि स्कूल से कॉलेज तक सब हिंदी में ही पढ़ा। हिंदी में अंग्रेजी से ज्यादा सहज हूं, इसलिये ये ही भाषा सेलेक्ट की। इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि मैं आईएएस को लक्ष्य बना के चला था। रैंक अच्छी आ रही थी पर मेरा सपना पूरा नहीं हो रहा था। अब 18 रैंक के साथ मैं अपना गोल पूरा कर पाऊंगा।
सिविल सेवा परीक्षा में श्रुति शर्मा ने मारी बाजी, पहले तीन स्थानों पर महिलाओं का कब्जा
पहले तीन स्थानों पर महिलाएं हैं। श्रुति शर्मा पहले स्थान पर रही जबकि अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। आयोग ने बताया कि 508 पुरुष और 177 महिलाओं समेत कुल 685 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए और आयोग ने विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिये उनके नामों की अनुशंसा की है।
आयोग ने कहा, ''सफल परीक्षार्थियों में पहले तीन पायदानों पर महिलाएं रहीं।'' दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक शर्मा का परीक्षा में एक वैकल्पिक विषय इतिहास भी था। दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई कर चुकीं अग्रवाल दूसरे स्थान पर रहीं। परीक्षा में उनके वैकल्पिक विषय राजनीतिक विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध थे। कंप्यूटर साइंस में बी.टेक करने वाली सिंगला तीसरे स्थान पर रहीं। परीक्षा में उनका वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र था। ऐश्वर्य वर्मा चौथे जबकि उत्कर्ष द्विवेदी पांचवें स्थान पर रहे।
शीर्ष 25 स्थानों में 15 पुरुष और 10 महिलाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफल परीक्षार्थियों को बधाई दी और परीक्षा पास न करने वालों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने ट्वीट किया, ''सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा, 2021 पास करने वालों को बधाई। इन युवाओं को मेरी शुभकामनाएं, जो भारत की विकास यात्रा के एक महत्वपूर्ण समय में अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत कर रहे हैं, जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।'' प्रधानमंत्री ने लिखा, ''मैं उन लोगों की निराशा को पूरी तरह से समझता हूं जो सिविल सेवा परीक्षा को पास नहीं कर सके। लेकिन मैं यह भी जानता हूं कि ये उत्कृष्ट युवा हैं जो किसी भी क्षेत्र में अपनी पहचान बनाएंगे और भारत को गौरवान्वित करेंगे। उन्हें मेरी शुभकामनाएं।"
आयोग ने बताया कि सफल परीक्षार्थियों में सामान्य वर्ग के 244, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 73, अन्य पिछड़ा वर्ग के 203, अनुसूचित जाति के 105 और अनुसूचित जनजाति के 60 परीक्षार्थी शामिल हैं। हर साल सिविल सेवा परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है।
यह परीक्षा तीन चरणों में होती है, जिसके तहत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों का चयन किया जाता है। यूपीएससी की लिखित (मुख्य) परीक्षा का आयोजन जनवरी, 2022 में किया गया था और साक्षात्कार अप्रैल-मई में आयोजित किए गए थे।