लखनऊः उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों के निर्वाचन के लिए शनिवार को उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने 11 जिलों के पार्टी अध्यक्षों को पद से हटा दिया है। पार्टी द्वारा जारी बयान के मुताबिक गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्धनगर,मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोंडा व ललितपुर के पार्टी जिलाध्यक्षें को हटाया गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक यह वह जिले हैं जहां सपा प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाए थे।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर किया हमला
इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘‘गोरखपुर व अन्य जगह जिस तरह भाजपा सरकार ने पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को नामांकन करने से रोका है, वो हारी हुई भाजपा का चुनाव जीतने का नया प्रशासनिक हथकंडा है।
भाजपा जितने पंचायत अध्यक्ष बनायेगी, जनता विधानसभा में उन्हें उतनी सीट भी नहीं देगी।'' गोरखपुर से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा प्रत्याशी साधना सिंह ने अपना पर्चा दाखिल किया है। उनके निर्विरोध जीतने की संभावना है क्योंकि सपा प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल नही कर पाये।
29 जून तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि आगामी 29 जून तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि तीन जुलाई को सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक मतदान तथा उसके बाद मतगणना होगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2021 के अध्यक्ष जिला पंचायत के पदों के मतदान एवं मतगणना को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शान्तिपूर्ण कराने हेतु प्रदेश के समस्त जनपदों में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को प्रेक्षक के रूप में तैनात किया गया है।
नामांकन पत्र दाखिल करने की तारीख तय
कुमार ने तैनात प्रेक्षकों को निर्देश दिये हैं कि सम्बन्धित प्रेक्षक अपने तैनाती जनपदों के मुख्यालय में आगामी दो जुलाई के पूर्वाह्न तक अवश्य पहुंच जाए और इसकी लिखित सूचना आयोग को उपलब्ध कराएं। उन्होंने प्रेक्षकों को अपने तैनाती जनपद मुख्यालय पहुंचकर मतदान एवं मतगणना की समुचित तैयारियों के बारे में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर निष्पक्ष, पारदर्शी, स्वतन्त्र एवं शान्तिपूर्ण निर्वाचन सम्पन्न कराने हेतु आवश्यकतानुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि तैनात प्रेक्षक सम्बन्धित जनपदों में की गई तैयारियों का निरीक्षण अवश्य कर लें और कोई गम्भीर समस्या एवं अनियमितता परिलक्षित होती है तो आयोग के संज्ञान में तत्काल लायी जाए। राज्य निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए शनिवार (26 जून) नामांकन पत्र दाखिल करने की तारीख तय की थी।