UP Weather Update: 15 जिलों में बाढ़ से हाहाकार, हवाई सर्वे कर सीएम योगी ने किया आंकलन, 2 दिन में भारी बारिश और बिजली गिरने के 50 से अधिक लोगों की मौत
By राजेंद्र कुमार | Updated: July 11, 2024 17:37 IST2024-07-11T17:36:49+5:302024-07-11T17:37:52+5:30
UP Weather Update: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी बाढ़ से प्रभावित जिलों का हेलीकाप्टर से दौरा नुकसान का आंकलन करने में जुटे हैं.

photo-lokmat
लखनऊः उत्तर प्रदेश में बाढ़ और बारिश ने बुरा हाल कर दिया है। बीते पांच दिनों से भारी बारिश, बाढ़, और वज्रपात से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लोगों जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. राज्य में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ने से के 15 जिले बाढ़ की चपेट में चुके हैं. इन जिलों के कई गांवों का संपर्क सड़क से कट गया है. तमाम पुलिया भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. बीते दो दिनों में भारी बारिश और बिजली गिरने के 50 से अधिक लोगों की मौत होने की सूचना है. भारी बारिश से प्रभावित जिलों में बचाव और राहत कार्य जारी हैं.
सीएम योगी बाढ़ प्रभावित जिलों का कर रहे दौरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी बाढ़ से प्रभावित जिलों का हेलीकाप्टर से दौरा नुकसान का आंकलन करने में जुटे हैं. बुधवार को उन्होंने पीलीभीत और लखीमपुर खीरी जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और स्थलीय निरीक्षण किया था. उन्होंने पीलीभीत में वह रेलवे ट्रेक भी देखा जिसके पिलर को बाढ़ का पानी अपने साथ बहा ले गया. गुरुवार को सीएम योगी ने श्रावस्ती और बलरामपुर का हवाई सर्वे किया.
इस दौरान उन्होने ने श्रावस्ती में रेस्क्यू किये गये 11 पीड़ितों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना. मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से यह भी कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार आपके साथ है और उन्हे घबराने की जरूरत नहीं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को क्षतिग्रस्त फसलों का तत्काल सर्वे कर मुआवजा देने के निर्देश भी दिए. सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी बांटी.
इन जिलों में हुई क्षति
राज्य के आपदा आयुक्त नवीन कुमार के अनुसार, भारी बारिश की संभावना को देखते हुए यूपी के 40 जिलों में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही हमीरपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर आदि जिलों में बिजली गिरने (वज्रपात) की चेतावनी भी जारी की गई है.
बताया जा रहा है कि सूबे में लगातार बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते पीलीभीत, लखीमपुर खीरी आदि जिलों में बाढ़ से हालत बिगड़ हैं. शारदा, गिरिजा व सरयू बैराज से 3.6 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बहराइच में सरयू नदी खतरे के निशान से 49 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं. यहां के करीब 24 से अधिक गांवों में पानी भरा हुआ है.
फिलहाल यूपी में बाढ़ से सबसे ज्यादा बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बदायूं, बहराइच, श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, अयोध्या, गोंडा और बलरामपुर प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित जिलों में बुधवार को बाढ़ के चलते 15 लोगों की मौत होने की सूचना है. लखीमपुर खीरी में सबसे ज्यादा चार लोगों की जान गई.
वहीं बहराइच में तीन, सीतापुर, पीलीभीत बदायूं और श्रावस्ती में एक-एक जबकि बरेली व बलरामपुर में दो-दो लोगों की डूबने से मौत हो गई. इसके साथ ही बिजली गिरने (वज्रपात) से भी 30 से अधिक लोगों के मरने की सूचना मिली है. वाराणसी, आजमगढ़, मिर्जापुर मंडल के जिलों वज्रपात ने 11 लोगों की जान ले ली हैं और 16 महिलाओं समेत 17 लोग झुलस गए.
उन्हें इलाज के लिए विभिन्न चिकित्सालयों में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा कानपुर और बुंदेलखंड में 6, वाराणसी मंडल में 9, मैनपुरी में 5, जबकि देवरिया और सिद्धार्थनगर में एक-एक व्यक्ति की बिजली गिरने से मौत हुई गई.अवध क्षेत्र में भी 10 लोगों की मौत हुई है, और तीन छात्राएं बिजली गिरने से झुलसी भी हैं. सूबे के मौसम विभाग ने गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और वज्रपात की चेतावनी जारी की है.
पूरी ताकत के साथ राहत कार्य संचालित करें : सीएम
गुरुवार को बाढ़ पीड़ितों से संवाद करते हुए कहा कि राज्य में आकाशीय बिजली गिरने तथा बाढ़ की चपेट में जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को तत्काल सहायता धनराशि दी जा रही है. वर्तमान में प्रदेश के 15 जिले बाढ़ से ज्यादा प्रभावित प्रभावित हैं. इन जिलों में एक लाख 45 हजार से अधिक हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है.
इन जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 17 लाख 97 हजार की आबादी प्रभावित है. बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए एक हजार 33 से अधिक बाढ़ शरणालय स्थापित किये गये हैं, जहां बाढ़ से प्रभावित लोग रह रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार पूरी ताकत के साथ राहत कार्य संचालित कर रही है. इसके चलते प्रदेश में अब तक जनहानि-धनहानि काफी कम है जबकि बाढ़ का कहर जारी है.


