नई दिल्ली: गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद को गुजरात की एक जेल से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज ले जाया जा रहा है। उसे यूपी पुलिस द्वारा सड़क मार्ग से प्रयागराज लाया जा रहा है। अहमदाबाद से उत्तरप्रदेश के प्रयागराज तक का करीब 1200 किलोमीटर का सफर करीब 35 घंटे में पूरा होगा।
प्रयागराज की अदालत 28 मार्च को अपहरण के एक पुराने मामले में फैसला सुनाएगी। सूत्रों के मुताबिक वह इस मामले में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए सजा की मांग करना चाहता था। सूत्रों ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक डर है कि उन्हें प्रयागराज ले जाते समय या तो एक फर्जी दुर्घटना या मुठभेड़ में मार दिया जाएगा।
साबरमती जेल से निकलने के बाद अतीक ने खुद के एनकाउंटर की आशंका भी जताई है। उसने कहा कि कोर्ट के कंधे पर मारना चाह रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, "हम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं। कोर्ट जो कहेगा वो किया जाएगा। इस तरह की बातचीत से कोई फर्क नहीं पड़ता।
उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद को सजा सुनाई जानी है। हत्या के मामले में कथित रूप से शामिल एक अन्य व्यक्ति को इस महीने की शुरुआत में एक मुठभेड़ में मार गिराया गया था। इससे पहले जब अतीक अहमद को उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम हिरासत में लेने पहुंची तो उन्होंने साबरमती जेल से बाहर आने से इनकार कर दिया था।
अतीक अहमद 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। उस पर हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या का भी आरोप है। उमेश पाल का 2005 में अपहरण कर लिया गया था और बाद में उसे छोड़ दिया गया था। अपहरण मामले में सुनवाई के आखिरी दिन 24 फरवरी 2023 को उसकी हत्या कर दी गयी।