UP news: 'छुट्टा पशुओं की समस्या हल नहीं कर पाई योगी सरकार', अखिलेश यादव ने साधा निशाना
By राजेंद्र कुमार | Updated: September 20, 2025 17:15 IST2025-09-20T17:15:06+5:302025-09-20T17:15:20+5:30
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मीडियाकर्मियों से वार्ता करते हुए यह दावा किया कि योगी योगी सरकार जनता को छुट्टा पशुओं से छुटकारा नहीं दिला सकी है, जबकि इसके लिए मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आश्वासन दिलवाया गया था.

UP news: 'छुट्टा पशुओं की समस्या हल नहीं कर पाई योगी सरकार', अखिलेश यादव ने साधा निशाना
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव भले ही अभी दूर हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने अभी से सूबे में चुनावी तैयारी शुरू कर दी है. इसके चलते अखिलेश यादव कुछ चुनिदा सीटों में नवरात्रि के बाद चुआव लड़ने वाले उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करेंगे, ताकि पार्टी के यह उम्मीदवार अपने क्षेत्र की समस्याओं के निदान में जुटे.
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने इस बार प्रदेश स्तर के चुनावी घोषणा पत्र के साथ ही जिला स्तर पर जनता की भी समस्याओं के निदान के लिए अलग से जिला घोषणा पत्र जारी करने का फैसला किया है. इस तरह से सपा पहली बार सूबे के 75 जिलों का घोषणा पत्र जारी करेगी. सपा के इस जिला घोषणा पत्र में जिले की भविष्य की योजनाओं को लेकर जिले की तत्कालीन समस्याओं के निदान का वादा किया जाएगा. ताकि जिला स्तर पर सीधे स्थानीय लोगों से जुड़ा जा सके.
ऐसे तैयार होगा जिला घोषणा पत्र :
अखिलेश यादव के जिला घोषणा पत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकसित उत्तर प्रदेश @2047 योजना का जवाब बताया जा रहा है. सीएम योगी वर्ष 2047 में विकसित यूपी कैसा हो? इसके लिए जनता से सुझाव मांग रहे हैं. सीएम योगी की उस योजना के जवाब में अखिलेश यादव यूपी के सभी 75 जिलों के विकास का प्लान और तत्कालीन समस्याओं के निदान का घोषणा पत्र ही विधानसभा चुनाव शुरू होने के पहले लाने का फैसला किया है.
जिला स्तर पर घोषणा पत्र तैयार करने के लिए अखिलेश यादव ने जिला पदाधिकारियों के साथ ही जिले के प्रबुद्ध लोगों के साथ ही आमजन की राय लेने का फैसला किया है. सपा के सीनियर नेता ओम प्रकाश सिंह के अनुसार, पार्टी की पहल से जिला स्तर पर लोगों को पार्टी की नीतियों से जोड़ पाएंगे.
साथ ही यह भी जान पाएंगे कि सपा के सत्ता में आने पर उसको जिले की किन समस्याओं के निदान पर विशेष ध्यान देना हो और जिले में भविष्य की किन योजनाओं को लागू करना होगा. मुलायम सिंह और अखिलेश यादव ही सरकार में मंत्री रहे तथा जमानिया विधानसभा सीट से सातवीं बार विधायक बने ओम प्रकाश सिंह कहते सपा का जिला घोषणा पत्र जारी जारी होने से स्थानीय विधायक पर भी घोषणा पत्र ही घोषणाओं को पूरा करने का दबाव रहेगा.
ओम प्रकाश के अनुसार जिला (लोकल) घोषणा पत्र में स्थानीय महत्व के मुद्दों जैसे सड़क, पेयजल, फ्लाईओवर, बिजली, पक्की गली, जलभराव, ट्राफिक जाम और अन्य ढांचागत विकास योजनाओं को जगह दी जाएगी. जिला घोषणा पत्र में भविष्य की किन योजनाओं का उल्लेख किया जाए? इसके लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम जल्दी ही जिलों में जाएगी, इस टीम के सर्वे के अनुसार जिले में भविष्य की किन विकास योजनाएं घोषणा पत्र में जोड़ी जाए, यह तय किया जाएगा.
उम्मीदवार चयन के लिए हो रहा सर्वे :
इस जिला घोषणा पत्र के साथ ही अखिलेश यादव किस विधानसभा सीट पर इस बार पार्टी के किस नेता को चुनाव लड़ाया जाए, इसका सर्वे करवा रहे हैं. अखिलेश यादव आगामी विधानसभा चुनाव में पीडीए फार्मूले के तहत ही चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार का चयन करेंगे. ताकि लोकसभा चुनावों की तरह ही पार्टी के हर उम्मीदवार को जनता का समर्थन हासिल हो. आगामी विधानसभा सपा इस बार कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लड़ेगी. इस चलते ही अभी सिर्फ उनही सीटों पर चुनावी सर्वे कराया जा रहा है जिन पर गठबंधन के बाद सपा अपने उम्मीदवार खड़ा करेंगी.
सपा नेताओं का कहना है जिन 111 सीटों सपा बीते विधानसभा चुनावों में जीती थी, उनमें से अधिकांश सीटों पर वह अपने उम्मीदवार खड़े करेगी. इसके अलावा जिन सीटों पर उसे बहुत कम वोटों से हार का सामना करना पड़ा था, उस पर भी वह अपने ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरेगी. यह सब करते हुए फिलहाल अखिलेश यादव यूपी में युवा, महिला, किसान, शिक्षक, नौकरीपेशा जैसे बड़े वर्गों पर नजर जमाए हुए हैं. जिसके चलते उन्होंने सूबे में छोटी-बड़ी जातियों को उनकी पहचान कर इनकी जातियों के महापुरुषों सम्मान देने के लिए उनकी प्रतिमा स्थापित करने का ऐलान करना शुरू कर दिया है.
छुट्टा पशुओं की समस्या हल नहीं कर पाई योगी सरकार :
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मीडियाकर्मियों से वार्ता करते हुए यह दावा किया कि योगी योगी सरकार जनता को छुट्टा पशुओं से छुटकारा नहीं दिला सकी है, जबकि इसके लिए मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आश्वासन दिलवाया गया था. जबकि प्रदेश में छुट्टा पशुओं से किसान परेशान हैं. गौशालाओं की दुर्दशा है. वहां पर भी गायें सुरक्षित नहीं हैं. वही दूसरी तरफ भाजपा के लोग गौशाला के लिए आने वाला चारा बेचकर घोटाला कर रहे हैं. उनका दूध और गोबर बेच रहे हैं. जब गायों की मौत हो जाती है तो उन्हें वहीं गड्ढा खोदकर दफना दे रहे हैं.
जनता छुट्टा जानवरों से परेशान है पर सरकार आश्वासन देने के बाद भी उन्हें राहत नहीं दिला सकी है. अखिलेश का कहना है कि जो हाल गायों का है वही नदियों का है. नदियों के लिए जारी होने वाला बजट साफ हो गया नदियों की हालत वैसी ही है.