UP Election 2022: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला किया। अहमदाबाद में बम धमाके हुए मोदी जी मुख्यमंत्री थे, 38 लोगों को फांसी पर लटकाने का हुकूम सुना दिया गया है। अखिलेश बाबू और प्रियंका बहन को ये फालतू चीज लगती है।
बाराबंकी में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अखिलेश बाबू जिस बम धमाके में सैकड़ों लोगों की जान गई वो आपके लिए फालतू हो सकता है लेकिन भाजपा कार्यकर्ता के लिए आतंकवादियों को फांसी कराने से बड़ा कोई काम नहीं हो सकता।
गृह मंत्री ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि गरीबों और वंचितों की सच्ची हितैषी भाजपा ही है, अगर सपा सत्ता में आई तो फिर से गुंडागर्दी छा जाएगी। पिछले पांच साल में योगी ने चुन-चुन कर माफियाओं का सफाया कर दिया है।
उन्होंने कहा "आज आप बताइए अतीक अहमद, आजम खान और मुख्तार अंसारी कहां हैं। क्या यह लोग कभी जेल गए थे और अगर गलती से भी अखिलेश सत्ता में आ गए तो क्या यह लोग जेल में रहेंगे। माफिया तत्वों ने दो हजार करोड़ रुपए की संपत्ति कब्जा कर रखी थी। योगी जी ने उनसे यह जमीन लेकर गरीबों के मकान बनवाए हैं।"
यूपी अखिलेश जी के 'निजाम' के शासन में था - नसीमुद्दीन के लिए एन, इमरान मसूद के लिए मैं, आजम खान के लिए ए, मुख्तार अंसारी के लिए एम। ये सभी जेल में हैं। गलती से बाराबंकी की जनता 'साइकिल' की सवारी करती है, तो ये लोग तुरंत ढीले हो जाएंगे। एक समय में उत्तर प्रदेश में आए दिन दंगे होते थे गोलियां चलती थी और अपहरण होता था। भाजपा की सरकार ने इसको नेस्तेनाबूत किया है।
सपा, बसपा के शासन में उत्तर प्रदेश आतंकवाद और दंगों का सेंटर माना जाता था और माफियाओं का कॉरिडोर माना जाता था। सीतापुर में दबंगों और माफियाओं का राज था। आज यहां कोई बाहुबली नहीं है, सिर्फ बजरंगबली हैं। शाह ने यहां भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में आरोप लगाया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने हालिया साक्षात्कार में आतंकवाद के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा था कि ऐसी फिजूल बातों के लिए उनके पास वक्त नहीं है।