लखनऊ: देश भर में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमण की संख्या में तेजी से हो रहे वृद्धि को रोकने के लिए केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। लॉकडाउन की समय-सीमा 3 मई तक है।
ऐसे में हर राज्य सरकार संक्रमण को रोकने के लिए व बाहर फंसे राज्य के लोगों को लाने के लिए गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के आधार पर अपने-अपने स्तर पर काम कर रही है। यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा है कि राज्य के बाहर दूसरे प्रदेशों प्रदेशों में जो लोग भी हैं उन सभी को वापस राज्य में लाए जाने को लेकर तेजी से काम हो रहा है।
अवनीश अवस्थी ने कहा है कि हर कामगार को सुरक्षित प्रदेश वापिस लाने की व्यवस्था सरकार कर रही है। इसी संबंध में गृह सचिव अन्य राज्य की सरकारों से वार्ता कर रहे हैं। वापिस लाने के लिए चरणबद्ध योजना बनाई जा रही है।
इसके साथ ही अवनीश अवस्थी ने ये भी कहा है कि मुख्यमंत्री जी ने निवेदन किया है कि कोई पैदल यात्रा न करे, हम उन सभी लोगों को वापस लाएंगे जो राज्य के बाहर हैं। यूपी के गृह सचिव की मानें तो लॉकडाउन के दौरान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर जब लोग पहुंचे थे तब प्रदेश सरकार ने बसों से 4 लाख लोगों को उनके घर पहुंचाए थे।
इसके अलावा, हरियाणा से 12000, राजस्थान से 11500 छात्र प्रदेश वापस आ चुके हैं। प्रयागराज के 15000 छात्र जा चुके हैं। ऐसे में सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा है कि लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, सरकार स्वास्थ्य परीक्षण के बाद लोगों को प्रदेश लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत काम कर रही है।
अगर प्रदेश सरकार संबंधित राज्य सरकारों से प्रवासी श्रमिकों के नाम, पते, टेलीफोन नंबर और स्वास्थ्य परीक्षण स्थिति की सूचि अगर प्राप्त कर लेती है तो उनको वापिस लाने की कार्य योजना को आगे बढ़ा दिया जाएगा। ये अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा है।
हर कामगार को सुरक्षित प्रदेश वापिस लाने की व्यवस्था सरकार कर रही है। इसी संबंध में गृह सचिव अन्य राज्य की सरकारों से वार्ता कर रहे हैं। इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा है कि वह इस बात की व्यवस्था करें कि बाहर रह रहे लोग जो घर आना चाहते हैं, उन्हें कैसे वापस लाया जाए।