उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। उनके रिटायरमेंट की तारीख नजदीक आते ही सूबे में नए पुलिस प्रमुख की चर्चा जोर-शोर से चल रही है। हालांकि एक चर्चा ओपी सिंह के सेवा विस्तार को लेकर भी थी लेकिन सीएए को लेकर प्रदेश भर में हुई हिंसा की वजह से इस इस पर विराम लग गया है। अब डीजीपी ओपी सिंह का रिटायर होना तय माना जा रहा है। फिलहाल यूपी के नए डीजीपी की रेस में हितेश चंद्र अवस्थी का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है। अवस्थी 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल सतर्कता अधिष्ठान के डायरेक्टर के पद पर आसीन हैं।
इसके अलावा 1985 बैच के आईपीएस अरुण कुमार का नाम भी नए डीजीपी की रेस में शामिल है। वर्तमान में वो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आरपीएफ के डीजी पद पर तैनात हैं। इसके अलावा 1987 बैच के आरपी सिंह का नाम भी चल रहा है। वो ईओडब्ल्यू और एसआईटी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। 1988 बैच के आरके विश्वकर्मा और आनंद कुमार भी रेस में शामिल हैं। जल्द ही तय हो जाएगा कि किसे यूपी पुलिस की कमान सौंपी जाती है।
रिटायरमेंट के बाद यूपी के डीजीपी ओपी सिंह सूबे के मुख्य सूचना आयुक्त बनाए जा सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने इसके लिए आवेदन भी कर दिया है। आपको बता दें कि ओपी सिंह ने करीब 2 साल डीजीपी पद पर अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने सुलखान सिंह की जगह ली थी।
ओपी सिंह 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह सीआईएसएफ में डीजी के पद पर रह चुके हैं। ओपी सिंह के नाम की घोषणा मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने 31 दिसंबर 2017 को थी। इसी दिन सुलखान सिंह सेवानिवृत्त हुए थे। लखीमपुर खीरी जिले में पुलिस प्रमुख के रूप में नेपाल से लगे क्षेत्र में उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए नई रणनीतिक विकसित की और 1992-93 में आतंकवादी गतिविधियों का सफाया किया था।