उत्तर प्रदेश के विधानसभा में आज सीएम योगी आदित्यनाथ काफी उग्र दिखे। इस दौरान उन्होंने नाम लिए बिना सपा पर जोरदार हमला किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदन में तो कुछ लोगों ने कागज के गोले तक फेंके हैं।
उन्होंने कहा कि रामभक्तों पर गोली चलाने वाले हमसे सवाल करते हैं। राम राज्य कोई धार्मिक कार्य नहीं है, इसकी परिभाषा स्पष्ट है। इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने धर्म को दायित्व और कर्तव्यों से जोड़ा है, हर व्यक्ति की इसीलिए समझ से बाहर है।
रामभक्तों की बात पर सुप्रीम कोर्ट ने मोहर लगाई। अयोध्या में दबी हुई भावनाओं को मंच मिला, दुनिया मे भारत के लोकतांत्रिक व्यवस्था का परचम लहराया।
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी से पूछा था सवाल-
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को हमला बोला था। अखिलेश ने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकार राज्य सरकार पर तमाम सवाल उठाए। इस दौरान सुरक्षा के मुद्दे पर भी अखिलेश ने योगी सरकार को घेरने का प्रयास किया।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार से सवाल किया कि केवल उनकी एनएसजी (NSG) को क्यों हटाया गया? अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ये बताए हमारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एलआईयू का कोई अफसर कैसे आ सकता है? केवल हमारी एनएसजी को क्यों हटाया गया? साथ ही कहा कि मुझे सुरक्षा की जरूरत नहीं, मुझे साइकिल चलानी है और साइकिल बहुत तेज चलेगी।
योगी सरकार ने अपने बजट में पर्यटन पर दिया जोर-
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बजट में धार्मिक पर्यटन पर सबसे ज्यादा जोर दिया है। प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र काशी की देव दीपावली के लिए बजट में 10 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। नई पर्यटन नीति-2018 के तहत रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट, सूफी सर्किट, बौद्ध सर्किट, बुंदेलखंड सर्किट और जैन सर्किट के लिए करोड़ों रुपये का प्रावधान किया गया है। यही नहीं, अयोध्या की दीपावली और बरसाना की होली को भी योगी सरकार ने काफी महत्व दिया है।
वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल ने बजट भाषण में बताया कि ब्रज तीर्थ विकास परिषद की स्थापना एवं सुविधाओं के लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। सरकार ने पर्यटन नीति के तहत रामायण सर्किट के साथ कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, सूफी सर्किट, बुंदेलखंड सर्किट और जैन सर्किट के लिए 70 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसके अलावा अयोध्या में दीपावली, बरसाना की होली, काशी की देव दीपावली जैसे सांस्कृतिक झांकियों के लिए सरकार ने बजट में 10 करोड़ की व्यवस्था की है।