लखनऊ: उत्तर प्रदेश (यूपी) की नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक होंगे। इसके अलावा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी व महामंत्री धर्मपाल भी विभिन्न सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। यूपी में उपचुनाव वाली सीटों पर प्रचार के लिए पार्टी का कोई केंद्रीय नेता नहीं बुलाया जाएगा।
सीएम योगी ही यूपी उपचुनाव की कमान को संभालेंगे। इसके साथ ही पार्टी ने सभी नौ सीटों पर उम्मीदवारों की जीत को सुनिश्चित करने के लिए सीएम योगी ने हर सीट पर जातीय समीकरण साधने के लिए दस-दस विधायकों को भी तैनात करने का प्लान तैयार किया है। प्रभारी मंत्रियों और सांसदों के साथ उक्त विधायकों को भी चुनावी प्रचार के मैदान में उतारा जाएगा। रविवार को लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है।
इसलिए की गई दस-दस विधायकों की तैनाती :
भाजपा नेताओं के अनुसार, उपचुनाव को लेकर प्रदेश में फूलपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, सीसामऊ व मझवां की नौ सीटों पर इस बार समाजवादी पार्टी के पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) फार्मूले को फेल करने के लिए भाजपा नेता कोई कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं, इसीलिए जुलाई में ही मुख्यमंत्री योगी ने अपनी सरकार के 30 मंत्रियों को उपचुनाव वाली विधानसभा सीटों का प्रभारी बना दिया था।
इस सभी मंत्रियों को उपचुनाव वाली सीटों पर जाकर जनता से संवाद स्थापित करने का दायित्व सौंपा गया। इन 30 मंत्रियों में 13 कैबिनेट व 17 राज्य मंत्री हैं। यह सभी मंत्री सांसदों के साथ क्षेत्र में जनता के बीच चौपाल लगाकर उनकी दिक्कतों का समाधान कर उनसे संवाद स्थापित करेंगे। इसके बाद स्थानीय नेताओं की राय से सीएम योगी ने चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार तय किए।
इसके बाद अब चुनाव में सांसदों से लेकर स्थानीय विधायकों तथा जिले के पदाधिकारी को चुनाव प्रचार में सक्रिय करने के लिए सीएम योगी ने दस-दस विधायकों की ड्यूटी भी हर सीट पर लगाने के फैसला किया है। चुनाव वाली सीटों पर जमीनी स्तर पर जातीय समीकरणों को साधने के लिए यह फैसला लिया गया है।
दीपावली के बाद ये विधायक अपने लिए चिन्हित की गई विधानसभा सीटों पर पूरी तरह सक्रिय होकर क्षेत्रों में नुक्कड़ बैठक करेंगे। इन बैठकों के जरिए वह मतदाताओं को विभिन्न मुद्दों व केंद्रीय तथा राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर जागरूक करेंगे। मंडलों तथा जिले के शक्ति केंद्रों की जिम्मेदारी भी यह विधायक संभालेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी के अनुसार, पार्टी के चुनाव प्रचार की रणनीति पर अमल किया जाने लगा है और सभी समीकरणों को ध्यान में रखकर चुनाव लड़ने में पार्टी जुटी है।
दीपावली के बाद युद्ध स्तर पर शुरू होगा भाजपा का प्रचार
भाजपा की तैयार की गई रणनीति के अनुसार, उपचुनाव के प्रचार की कमान सीएम योगी के हाथ में रहेगी। वही पार्टी के यूपी में स्टार प्रचारक होंगे और उपचुनाव वाली सीटों के उम्मीदवारों से मुख्यमंत्री की रैली करवाने के लिए तिथियों की जानकारी मांगी है, जबकि प्रभारी मंत्रियों को रोटेशन के हिसाब से चुनाव तक अपनी-अपनी सीटों पर ही रहकर चुनावी तैयारियां करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि उम्मीदवारों की सलाह और प्रभारी मंत्रियों की सिफारिश के अनुसार ही उपचुनाव वाली संबंधित विधानसभा सीटों पर दीपावली के बाद युद्ध स्तर पर प्रचार शुरू किया जाएगा। दोनों उप मुख्यमंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जातीय व सामाजिक समीकरणों के आधार पर संबंधित सीटों पर प्रचार के लिए भेजने का कार्यक्रम तैयार किया गया है, दीपावली के बाद उसे भी लागू किया जाएगा।
इसके अलावा संगठन की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी व महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह सहित अन्य नेताओं की भी ड्यूटी चुनाव प्रचार के लिए लगाई जा रही है।