स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन के कारण यूपी बीजेपी ने टाला घोषणा पत्र कार्यक्रम
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 6, 2022 01:52 PM2022-02-06T13:52:00+5:302022-02-06T14:00:49+5:30
घोषणा पत्र जारी करने के लिए बीजेपी के लखनऊ स्थित कार्यालय में गृह मंत्री अमित शाह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा समेत पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों के मौजूद रहने की खबरें थीं
लखनऊ: भारत रत्न लता मंगेशकर के दिवंगत हो जाने के कारण यूपी चुनाव के लिए जारी होने वाले भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र को बीजेपी आलाकमान ने टाल दिया दिया। रविवार के दिन भाजपा के शीर्ष नेताओं द्वारा यूपी की जनता को अपना घोषणा पत्र जारी किया जाना था लेकिन स्वर कोकिला लता मंगेशकर के देहावसान के कारण इसे स्थगित कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक इसके लिए लखनऊ स्थित में बीजेपी कार्यालय में गृह मंत्री अमित शाह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा समेत पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों के मौजूद रहने की खबरें थीं लेकिन दिल्ली से इस बात की सूचना भेजी गई कि लता जी के निधन के कारण इसे आगे के लिए टाल दिया जाए।
पार्टी दफ्तर में पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सहित अन्य नेताओं ने लता जी के सम्मान में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी और उसके पार्टी की ओर से तय सारे कार्यक्रम को अपगी सूचना तक के लिए स्थगित कर दिया गया। ने के बाद इस घोषणापत्र को बाद में जारी करने का फैसला लिया.पार्टी कार्यालय पर भाजपा नेताओं ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी और इसके बाद के सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिए।
इससे पूर्व सीएम आदित्यनाथ ने लता मंगेशकर को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि स्वर कोकिला, 'भारत रत्न' लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुखद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व उनके प्रशंसकों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा कि मैं शब्दों से परे पीड़ा में हूँ। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं। वे हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है, जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी।