यूपी: भाजपा नेता की महिलाओं को हिदायत- शाम 5 बजे अंधेरा होने के बाद थाने कभी मत जाना
By विशाल कुमार | Published: October 23, 2021 11:28 AM2021-10-23T11:28:43+5:302021-10-23T11:34:07+5:30
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य ने कहा कि थानों में एक महिला अधिकारी और सब-इंस्पेक्टर जरूर बैठती हैं, लेकिन एक बात मैं जरूर कहूंगी कि शाम 5 बजे अंधेरा होने के बाद थाने कभी मत जाना.
लखनऊ:उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले जहां कांग्रेस प्रदेश में महिला सुरक्षा को जोरशोर से उठा रही है तो वहीं भाजपा की एक वरिष्ठ महिला नेता ने ही ऐसा बयान दिया है जिससे उनकी ही सरकार के महिला सुरक्षा के दावों पर सवाल उठने लगे हैं.
पूर्व राज्यपाल और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य ने वाराणसी में आयोजित वाल्मीकी महोत्सव कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि थानों में एक महिला अधिकारी और सब-इंस्पेक्टर जरूर बैठती हैं, लेकिन एक बात मैं जरूर कहूंगी कि शाम 5 बजे अंधेरा होने के बाद थाने कभी मत जाना. अगर जरूरी हो तो अगले दिन सुबह जाना और अपने साथ भाई, पति या पिता को लेकर ही थाने जाना.
उनके इस बयान के बाद प्रदेश में ही नहीं बल्कि पुलिस थानों में ही महिलाओं के सुरक्षित न होने के दावों को बल मिलने लगा है.
इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए सरकार ने बहुत काम किया है और व्यवस्था में बदलाव भी हुआ है.
उनके इस बयान पर विपक्ष उत्तर प्रदेश में महिलाओं के सुरक्षा के दावों पर सवाल उठाना लगा है. कांग्रेस ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. यूपी कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने लिखा कि योगी आदित्यनाथ आप जो महिला सुरक्षा का ढोल पीट रहे थे उसी ढोल की पोल पूर्व राज्यपाल और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी मौर्या जी बनारस में खोल रही हैं.
"महिलाओं को 5 बजे के बाद अंधेरा होने पर थाने नहीं जाना चाहिए, अगले दिन वो अपने पति, भाई या पिता के साथ थाने जाएं"@myogiadityanath आप जो महिला सुरक्षा का ढोल पीट रहे थे उसी ढोल की पोल पूर्व राज्यपाल और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी मौर्या जी बनारस में खोल रही हैं। pic.twitter.com/CFSDd1ACkN
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 23, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती के जाटव वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए भाजपा ने मौर्य को दलित चेहरे के रूप में पेश करना शुरू कर दिया है. दलित मतदाता मायावती के राजनीति आधार हैं.